मुख्यमंत्रीजी के कार्यक्रम की सभी तैयारियां चाक-चौबन्द हों प्रभारी संभागायुक्त ने की तैयारियों की समीक्षा
उज्जैन । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री भावान्तर योजना के अन्तर्गत किसानों को भावान्तर की राशि का प्रदाय उज्जैन से 22 नवम्बर को किया जाना पूरे संभाग के लिये गौरव की बात है। सभी अधिकारी उन्हें दिए गए दायित्वों का पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यपरायणता के साथ निर्वहन करें तथा मुख्यमंत्रीजी के कार्यक्रम की सभी तैयारियां चाक-चौबन्द हों। सभी संभागीय अधिकारी आवश्यक जानकारी के साथ निर्धारित समय पर कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहें।
प्रभारी संभागायुक्त डॉ.अशोक कुमार भार्गव ने मंगलवार को बृहस्पति भवन में संभागीय अधिकारियों की समन्वय बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में उपायुक्त राजस्व श्री पवन जैन तथा सभी विभागों के संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
13 जिलों के किसान सम्मिलित होंगे
डॉ.भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी के कार्यक्रम में उज्जैन एवं इन्दौर संभाग के जिलों सहित कुल 13 जिलों के किसान सम्मिलित होंगे। उन्होंने परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी किसानों को उनके जिलों से लाने तथा वापस छोड़ने की व्यवस्थाएं उत्कृष्ट हों। साथ ही उनके दोनों समय के भोजन आदि की व्यवस्था के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारी को दिए गए। लगाई जाने वाली बसें पूरी तरह फिट होनी चाहिए तथा उनमें ‘फर्स्ट एड’ की व्यवस्था भी होनी चाहिए। कार्यक्रम स्थल पर सभी की बैठक व्यवस्था भी समुचित हो।
पोस्टकार्ड पर किया समस्या का समाधान
संभागायुक्त कार्यालय को पोस्टकार्ड के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई कि नागझिरी में उर्दू स्कूल जीर्ण-शीर्ण है तथा वहां अतिक्रमण व गन्दगी है। प्रभारी संभागायुक्त द्वारा तुरन्त शिक्षा विभाग आदि को निर्देश दिए गए कि वहां तुरन्त जाकर जांच कराई जाए तथा आवश्यक दुरूस्ती, सफाई तथा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए।
अधिग्रहीत भूमियों की प्रविष्टि करें
डॉ.भार्गव ने निर्देश दिए कि विभिन्न शासकीय प्रयोजनों के लिए जिन भूमियों का अधिग्रहण शासन के विभिन्न विभागों द्वारा किया जाता है, उनका इन्द्राज सम्बन्धित विभाग के अधिकारी राजस्व अभिलेखों में करना सुनिश्चित करें। इस सम्बन्ध में राज्य सूचना आयोग के निर्देश भी प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही यदि किसी शासकीय कार्यालय की भूमि पर किसी प्रकार का अतिक्रमण हो तो उसको हटाने की कार्रवाई भी की जाए।
शोकॉज नोटिस का जवाब आया कि नहीं?
डॉ.भार्गव ने बताया कि बैठक में न आने, विलम्ब से आने तथा निर्देशों का पालन न करने पर कई संभागीय अधिकारियों को संभागायुक्त कार्यालय द्वारा शोकॉज नोटिस जारी किए गए हैं। जिन अधिकारियों के समय-सीमा में जवाब नहीं आए हैं अथवा जिनके जवाब संतुष्टिपूर्ण नहीं हैं, उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में जब तक शिकायत का सही निराकरण नहीं कर लिया जाता, तब तक उसे बन्द नहीं किया जाए।
समय-सीमा का इंतजार न करें
डॉ.भार्गव ने निर्देश दिए कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के प्रकरणों में निर्धारित समय-सीमा के पूर्ण होने का इंतजार नहीं किया जाए, बल्कि जितनी जल्दी हो प्रकरणों का निराकरण किया जाए। उपायुक्त श्री पवन जैन ने बताया कि लोक सेवा गारंटी के एक प्रकरण में, जिसमें अपर संभागायुक्त न्यायालय द्वारा एक अपर कलेक्टर के विरूद्ध साढ़े चार हजार रूपये का जुर्माना किया गया था, उन्होंने जुर्माने की राशि भर दी है।
पानी में 2500 टीडीएस की मात्रा खतरनाक
प्रभारी संभागायुक्त डॉ.भार्गव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी से कहा कि यदि नानाखेड़ा क्षेत्र की 25 कॉलोनियों में 2500 टीडीएस (टोटल डिसाल्वड सॉलिड-कुल मिला हुआ ठोस) की मात्रा है तो यह अत्यधिक खतरनाक है। विभागीय अधिकारी तुरन्त उस क्षेत्र में जाकर वहां के पानी की जांच करें तथा इसका समाधानपूर्वक उपाय करें। रहवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।