सिंहस्थ महापर्व में भ्रष्टाचार, 3 हजार टंकियां कागजों पर खरीदी
मुख्यमंत्री से तत्काल जांच आयोग गठित करने की मांग-पीएचई तथा नगर निगम के अधिकारियों ने किया भ्रष्टाचार
उज्जैन। सिहस्थ 2016 में निर्माण कार्यों और खरीदी में करोड़ों के घोटाले हुए जो समय-समय पर उजागर हो रहे हैं। पीएचई ने 635 टंकियों की खरीदी बताई जबकि 100 टंकियां ही खरीदी। इसी प्रकार नगर निगम के अधिकारियों ने 3 हजार टंकियां कागजों पर खरीद ली जबकि मात्र 200 टंकियां ही पाई गई है। कांग्रेस नेता रवि राय ने भ्रष्टाचार के इन मामलों में मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे स्वयं संज्ञान लेकर तत्काल जांच आयोग गठित करें।
रवि राय के अनुसार जिस प्रकार पीएचई ने 635 टंकियों की जगह 100 टंकियां ही खरीदी गई उसी प्रकार नगर निगम के स्टोर प्रभारी सुबोध जैन और सरदार सोलंकी ने कागजों पर 3000 टंकियां खरीद ली और मात्र 200 टंकियां ही मिली है। इस मामले में विधानसभा को भी झूठी जानकारी भेजी गई। टंकी खरीदी की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत भी नहीं दी जा रही है। 1 वर्ष पूर्व आवेदन पर अब तक विचार नहीं किया गया। जानकारी नहीं मिलने पर 18 मई 2017 को अपील की गई। 15 दिनों के अंदर जानकारी दी जाना थी लेकिन छह माह बाद भी जानकारी नहीं दी गई जिससे स्टोर अधिकारी प्रारंभ से शंका के घेरे में हैं। रवि राय ने कहा कि इस दो करोड़ से अधिक की खरीदी में भ्रष्टाचार की पूर्ति करते हुए 1 करोड़ 50 लाख का भुगतान भी कर दिया गया। रवि राय ने सनातन धर्म के महापर्व सिंहस्थ के नाम पर किए गए भ्रष्टाचार की जांच हेतु मुख्यमंत्री से आयोग बनाने की मांग की।