top header advertisement
Home - उज्जैन << आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विकास के लिए सहकारिता सशक्त माध्यम

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विकास के लिए सहकारिता सशक्त माध्यम



उज्जैन। जिस प्रकार सहकारिता का सप्तरंगी ध्वज है, उसी प्रकार सहकारिता हर तबके के लिए सहयोगी है। किसी भी वर्ग के वंचित एवं कमजोर वर्ग के लोगों के विकास के लिये सहकारिता एक सशक्त माध्यम है। सहकारिता की योजना का लाभ हर स्तर तक ले जाने का कार्य जिला संघ का है। सहकारिता एक संस्कृति है इसे अपनाना होगा। म.प्र. शासन किसानों के हित में कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। शासन की भावांतर योजना को भलीभांती समझना होगा।
यह बात 64वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के अंतर्गत ग्राम पंथपिपलई में वंचित एवं आर्थिक रूप से कमजोर तबकों के लिये सहकारिताएं दिवस के अवसर पर विधायक डॉ. मोहन यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में कही। जिला सहकारी संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जगदीशप्रसाद बैरागी ने बताया कि कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं जिला सहकारी संघ के अध्यक्ष योगेन्द्रसिंह कोकलाखेड़ी ने कहा कि सहकारी आंदोलन जन-जन का आंदोलन है जिसमें हर वर्ग की भागीदारी बराबरी से होती है। इसमें आर्थिक रूप से सक्षम एवं कमजोर वर्ग में किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता। शासन कृषि ऋण सहकारिता के माध्यम से जीरों प्रतिशत ब्याज दर पर उपलब्ध करवा रही है। साथ ही वस्तु ऋण पर 10 प्रतिशत छूट दी जा रही है। सहकारिता से कमजोर एवं वंचित वर्गों के लोग नई-नई वर्ग की सहकारी समिति का गठन करें तथा रोजगार के अवसर पैदा करें जिससे व्यक्ति का स्वयं विकास तो होगा ही सही साथ ही साथ अपने देश प्रदेश के विकास में भी सहकारिता की भागीदारी होगी। कार्यक्रम को बैंक उपाध्यक्ष लालसिंह भाटी, मंडल अध्यक्ष करणसिंह पटेल, दुग्ध संघ के संचालक महिपालसिंह चौहान, जिलासंघ उपाध्यक्ष भगवानदास गिरी, संघ के संचालक राजेन्द्रसिंह सारोला, पुरूषोत्तम शर्मा आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर ओम जाट, आनंदीलाल व्यास, गजरातसिंह दिक्षीत, हटेसिंह, दामोदर शर्मा, जगदीश विश्वकर्मा, संतोष माथुर, के.पी. सिंह झाला, कैलाश मकवाना, किशोरसिंह, कविता विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे। संचालन जिला संघ के जगदीशप्रसाद बैरागी ने किया एवं आभार अर्जुनसिंह रघुवंशी ने माना।

Leave a reply