ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन, महाकाल मंदिर समिति द्वारा खोला गया दर्शनार्थियों से वसूली का नया रास्ता
कांग्रेस नेता विवेक यादव ने 31 दिसंबर, 1 जनवरी की भस्मारती व्यवस्था ऑनलाईन ही करने की मांग की-आम श्रध्दालुओं की जगह अपनों को लाभ पहुंचाया तो करेंगे विरोध
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति लगातार नित नए प्रयोग कर श्रद्धालुओं को तो परेशान कर ही रही है व्यवस्था बनाने के नाम पर भ्रष्टाचार के नए नए रास्ते भी खोल रही है। जब भस्म आरती दर्शन हेतु ऑनलाइन व्यवस्था सुचारु रुप से चल रही है साथ ही इससे मंदिर समिति को राजस्व भी प्राप्त हो रहा है ऐसे में 31 दिसंबर 2017 व 1 जनवरी 2018 की भस्म आरती को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ना करते हुए ऑफलाइन काउंटर रजिस्ट्रेशन क्यों किया जा रहा है। सीधा-सीधा मतलब यही है कि मंदिर समिति में काउंटर पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करने से मंदिर समिति से जुड़े लोग आम दर्शनार्थियों से मोटी राशि वसूल लेंगे साथ ही वर्तमान सरकार व सरकार से जुड़े हुए लोगों को वीआईपी सुविधा देने के लिए भी इस तरीके के कृत्य किए जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता विवेक यादव महाकाल मंदिर समिति पर उक्त आरोप लगाते हुए कलेक्टर संकेत भोंडवे से मांग की िकवे इन बातों पर संज्ञान लेते हुए तत्काल 31 दिसंबर 1 जनवरी की व्यवस्था को भी ऑनलाइन ही करवाएं। जिससे पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत से दर्शनार्थियों को भस्म आरती दर्शन का लाभ मिल सके तथा मंदिर समिति को भी आर्थिक नुकसान ना उठाना पड़े। मंदिर समिति के प्रशासक तत्काल इससे होने वाले भ्रष्टाचार की व्यवस्था को रोके अन्यथा मंदिर समिति के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा। साथ ही इस बात को उजागर भी किया जाएगा की व्यवस्था के नाम पर आम दर्शनार्थियों के साथ अन्याय किया जा रहा है और प्रशासक होने के नाते अपनी शक्तियों का बेजा लाभ उठाया जा रहा है। विवेक यादव ने कहा कि जिस तरह का बयान मंदिर प्रशासक का सुनने में आया है कि भीड़ प्रबंधन को लेकर व्यवस्था बदली गई है तो उनको एक बात बता दें जितने आप ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करेंगे उतने ही ऑनलाइन कीजिए इससे भीड़ व्यवस्था पर असर कहा आएगा यह समझने वाली बात हैं। यादव ने कहा कि अपने और अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के साथ ही मोटी रकम कमाने की जुगाड़ की जा रही है जिसका विरोध किया जायेगा।