महाकाल मंदिर के संचालन एवं सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थाएं होगी सुदृढ़
शीघ्र दर्शन के प्रवेश पास देने के पूर्व दर्शनार्थी को दिखाना पड़ेगा पहचान पत्र
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर के संचालन एवं सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थाएं अब धीरे-धीरे सुदृढ़ हो रही है। मंदिर में आने वाले समस्त दर्शनार्थियों को शीघ्र भगवान महाकाल के दर्शन हो इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति सतत प्रयासरत है। मंदिर की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासक श्री प्रदीप सोनी प्रतिदिन मंदिर परिसर का मुआयना कर रहे है और संबंधितों को व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे है। प्रशासक श्री प्रदीप सोनी ने 14 नवंबर को प्रातः मंदिर परिसर का मुआयना करते समय पुलिस चौकी के समीप परिसर में खडे़ दो पहिया वाहनों को हटवाया गया और संबंधितों को निर्देश दिये कि भविष्य में परिसर में वाहन खडे़ न किये जायें वरना आवश्यक कार्यवाही की जावेगी। वाहन न आ पाये इसलिए परिसर के गेट पर ताला लगा दिया गया है।
शीघ्र दर्शन हेतु प्रवेश पास लेने के पहले काउन्टर पर
पहचान पत्र दिखाना आवश्यक होगा
प्रषासक श्री प्रदीप सोनी के भ्रमण के दौरान सत्कार शाखा में पुलिस चैकी के अधिकारियों एवं डी. गेट पर तैनात कर्मचारी और शीघ्र दर्षन काउन्टर कर्मचारियों व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की गई। चर्चा के दौरान प्रषासक ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि मंदिर के सफल संचालन एवं सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दृष्टि से डी.गेट से प्रवेश लेने वाले श्रद्धालुओं से पहचानपत्र अनिवार्य रूप से देखना चाहिए। इसीप्रकार शीघ्र दर्शन काउन्टर के कर्मचारी को निर्देश दिये कि वह 250 रूपये की टिकिट देने के पूर्व संबंधित श्रद्धालु से उनका पहचानपत्र अनिवार्य रूप से देखा जाये और दर्शनार्थी का नाम, पता, मोबाईल नम्बर एवं पहचान टिकिट पर लिखा जाये। पुलिस अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वह डी.गेट पर अनिवार्य रूप से चैकिंग करें।
पहचानपत्र से ही भस्मार्ती की परमीशन दी जाये
प्रषासक श्री सोनी ने भस्मार्ती की परमीषन देने वाले अधिकारियों को निर्देश दिया कि भस्मार्ती की परमीशन उन्हीं दर्शनार्थियों को दी जाये जिन्होंने पहचानपत्र की फोटोप्रति उपलब्ध कराई है। बगैर पहचानपत्र के भस्मार्ती की परमीशन किसी को भी न दी जाये। निर्देषों का कड़ाई पालन किया जाना सुनिष्चित किया जाये। बगैर पहचानपत्र के भस्मार्ती की परमीषन दी जाना पाई जाती है तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।