कार्तिक अगहन मास की भगवान महाकाल की चौथी सवारी आज
श्री चन्द्रमौलेश्वर देंगे अपने भक्तों को दर्शन
उज्जैन । सदाशिव भगवान श्री महाकालेष्वर की कार्तिक-अगहन मास की चौथी व आखरी सवारी श्रावण मास में निकाली जाने वाली शाही सवारी की तरह हीं आज सोमवार 13 नवंबर को शाम 4 बजे परम्परानुसार एवं पूर्ण गरिमामय तरीके से निकाली जावेगी। श्रावण मास की तरह ही कार्तिक अगहन मास की शाही सवारी निकलेगी परंतु अगहन मास की सवारी में केवल भगवान महाकाल की पालकी ही निकलेगी अन्य विग्रह (मुखौटे) आदि नहीं निकलेंगे।
श्री महाकालेष्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री प्रदीप सोनी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रजत जडित पालकी में भगवान श्री चन्द्रमोलेष्वर विराजमान रहेंगे। श्री चन्द्रमोलेष्वर अपने भक्तों को देंगे दर्षन। अगहन मास की शाही सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर श्री महाकाल रोड, गुदरी चैराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। वहां पूजन- अर्चन करने के पश्चात परंपरागत मार्ग से सवारी गणगौर दरवाजा के रास्ते होकर, मोढ़ की धर्मशाला होकर कार्तिक चैक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढ़ाबा रोड, टंकी चैराहा, मिर्जा नईमबेग मार्ग, तेलीवाडा चैराहा, कंठाल, सतीगेट, सराफा, छत्रीचैक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चैराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।