किसान मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना का लाभ उठायें जिले के लगभग 150 किसानों ने करवाया पंजीयन
उज्जैन । ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोत के रूप में सौर ऊर्जा को अपनाने के लिये शासन
द्वारा आमजन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री सोलर पम्प
योजना संचालित की जा रही है। अपने खेतों में सिंचाई के लिये किसान सोलर पम्प योजना का लाभ उठाकर
बिजली का बिल कम कर सकते हैं। किसान मप्र ऊर्जा विकास निगम के जिला कार्यालय अथवा
www.mpcmsolarpump.com पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
मप्र ऊर्जा विकास निगम के जिला कार्यालय उज्जैन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री सोलर
पम्प योजना में भारत शासन तथा मप्र शासन द्वारा अधिकतम 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है।
योजना में लक्ष्य से अधिक आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में उन आवेदकों को प्राथमिकता दी जायेगी, जहां
विद्युत अधोसंरचना विकसित नहीं है अथवा कृषि पम्पों हेतु स्थाई कनेक्शन नहीं हैं। विद्युत कंपनियों की
वाणिज्यिक हानि अधिक है। खेती दूरी बिजली की लाईन से 300 मीटर से अधिक है। नदी के बांध के समीप
ऐसे स्थान जहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता है अथवा फसलों के चयन के कारण जहां वाटर पम्पिंग की
आवश्यकता ज्यादा रहती है।
इस योजना में एक हॉसपावर डीसी सबमर्सिबल सोलर पम्प की कुल मूल्य राशि एक लाख 75480
रूपये है। इसमें हितग्राही किसान का अंशदान मात्र 17500 रूपये होगा। इसी प्रकार दो एचपी डीसी सरफेस
का मूल्य 212395 रूपये में किसान अंशदान 21000 रूपये, दो एचपी डीसी सबमर्सिबल का मूल्य 234319
रूपये में से अंशदान 23500 रूपये, तीन एचपी डीसी सबमर्सिबल का मूल्य 341330 रूपये में अंशदान 34
हजार रूपये, पांच एचपी डीसी सबमर्सिबल पम्प मूल्य 453680 में अंशदान 68 हजार रूपये, पांच एचपी एसी
सबमर्सिबल मूल्य 411950 में अंशदान 68 हजार रूपये, साढ़े सात एचपी डीसी सबमर्सिबल पम्प मूल्य
645510 में अंशदान 260000 रूपये, साढ़े सात एचपी एसी सबमर्सिबल पम्प मूल्य 570310 में अंशदान
260000 रूपये, 10 एचपी डीसी सबमर्सिबल मूल्य 936250 में अंशदान 468000 रूपये तथा 10 हॉर्सपावर
एसी सबमर्सिबल पम्प के कुल मूल्य 714760 रूपये में किसान को अंशदान 357500 रूपये देना होगा।
जिले में कई स्थानों पर हो रहा सौर ऊर्जा का उपयोग
वर्तमान समय में सौर ऊर्जा का प्रसार बढ़ता जा रहा है। शासन के प्रयासों से आमजन इसके उपयोग
हेतु आगे आ रहे हैं। उज्जैन जिले में विभिन्न शासकीय स्थानों पर सौर ऊर्जा का उपयोग शुरू कर दिया गया
है। बीएसएनएल के उज्जैन भरतपुरी क्षेत्र में स्थित कार्यालय में 50 किलोवॉट तथा देवासगेट कार्यालय में 30
किलोवॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जाकर उपयोग शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के
इंगोरिया, घट्टिया तथा झारड़ा स्वास्थ्य केन्द्रों पर 10-10 किलोवॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जा
चुके हैं। महिदपुर स्वास्थ्य केन्द्र में 15 किलोवॉट का संयंत्र लगाने की तैयारी है। माधव नगर उज्जैन
अस्पताल में भी 15 किलोवॉट का संयंत्र स्थापित किया जायेगा। सौर ऊर्जा में एक किलोवॉट के संयंत्र द्वारा
प्रतिदिन 04 यूनिट बिजली पैदा होती है। इसके अलावा उज्जैन कलेक्ट्रेट कार्यालय सहित अन्य महत्वपूर्ण
शासकीय कार्यालयों पर अतिशीघ्र सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जायेंगे।