किसानों से पूछा भावांतर भुगतान योजना समझते हो
मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक ने किसानों से किया सीधा संवाद-किया मंडी निरीक्षण
उज्जैन। मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक फैज़ अहमद किदवई ने बुधवार को मंडी प्रांगण में हो रही नीलामी में किसानों से उनकी उपज विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने सीधे किसानों से पूछा भावांतर भुगतान योजना समझते हो। किदवई ने मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना में किसानों को होने वाले लाभ, औसत भाव और समर्थन मूल्य पर आने वाले अंतर की राशि सीधे उनके खाते में आने सम्बन्धी चर्चा की गई। मंडी नीलामी में किसानों को मिलने वाले भाव, औसत मूल्य से अधिक मिलने पर प्रसन्नता भी व्यक्त की गई।
मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला के अनुसार किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिले इसी उद्देश्य को रखकर मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना लागू की गई है। इसी के मद्देनजर मंडी बोर्ड के एम.डी. किदवई द्वारा मंडी में आने के तुरंत बाद मंडी प्रांगण का रूख किया। सर्वप्रथम मंडी में निर्मित हाइराइज़ शेड का निरिक्षण कर मंडी में उससे होने वाले फायदों एवं लागत की जानकारी कार्यपालन यंत्री से ली गई। किसान सहायता केंद्र पर तुलावटी पर्चियों, तौल पत्रक एवं तुलावटी कक्ष का भी अवलोकन किया गया। मंडी में बी.ओ.टी. के स्थापित 50 मीट्रिक टन के तौल कांटे का निरिक्षण कर तौल के किसानी एवं व्यापारी रेटों की जानकारी ली गई। नीलामी प्रक्रिया, किसानों को 5 रू. में भोजन मिलने हेतु स्थापित अन्नपूर्णा केंटिन, प्रतिदिवस आने वाले किसानों की संख्या एवं भोजन की क्वालिटी का निरिक्षण किया गया। नवनिर्मित राष्ट्रिय कृषि बाजार प्रशासनिक भवन में प्रथम बार आगमन पर मंडी अध्यक्ष बहादुर सिंह बोरमुंडला द्वारा उनका स्वागत किया गया। भावान्तर भुगतान योजना में प्रतिदिवस पंजीकृत एवं अपंजीकृत किसानों की प्रविष्टियों, ग्रेडिंग लेब, राष्ट्रिय कृषि बाजार के आक्शन हॉल का निरिक्षण कर जानकारी ली गई। व्यापारी एसो. द्वारा मंडी में एम.डी. किदवई का स्वागत कर मंडी में लाइट व्यवस्था, सिक्यूरिटी हेतु और केमरे लगाए जाने एवं सुरक्षा गार्ड बढाने की मांग की गई, सब्जी मंडी के हम्मालों द्वारा मंडी में हम्मालों, तुलावटियों हेतु कक्ष बनवाने की मांग की गई। मंडी अध्यक्ष बहादुर सिंह बोरमुंडला द्वारा मंडी के विकास कार्यों हेतु सब्जी मंडी हेतु 870 करोड़ रू. के भेजे गए प्रस्ताव के स्वीकृति की मांग की गई एवं सुरक्षा व्यवस्था मंडी के हाथों में दिए जाने, सुरक्षा गार्ड बढाने की अनुमति प्रदान की जाने की मांग की गई जो कि पूर्ण करने हेतु सहमती दी गई। निरिक्षण में मंडी के संचालक विक्रमसिंह पटेल, रघुनन्दन पाटीदार, दशरथ बाडोलिया, कन्हैयालाल मीणा भी थे। मंडी कर्मचारी संघ की ओर से अजीज गाज़ी, दीपचंद्र जाटव, अश्विनी पहाडिया, प्रवीण चौहान, बालकृष्ण शर्मा, मोहनलाल पुरोहित द्वारा प्रबंध संचालक का स्वागत कर अपनी वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की गई।