ब्याजखोरों की शिकायत डीजीपी, आईजी, एसपी तथा कलेक्टर से की
गर्भवती बहू के साथ ससुर को पीटा ब्याजखोरों ने-परेशान ससुर ने किया आत्महत्या का प्रयास
उज्जैन। ब्याज के रूपयों के लिए ब्याजखोरों ने घर में घुसकर गर्भवती महिला तथा उसके ससुर के साथ मारपीट की। घबराये ससुर ने ब्याजखोरी से परेशान होकर सल्फास खाकर जान देने की कोशिश की लेकिन परिजनों ने समय पर अस्पताल ले जाकर उसका जान बचा ली। अब डीजीपी, आईजी, कलेक्टर तथा एसपी के समक्ष आवेदन देकर ब्याजखोरों से मुक्ति दिलाने की मांग की है।
आगर रोड़ि स्थित पीलियाखाल निवासी संतोषबाई के अनुसार वर्ष 2011 में पति महेश प्रजापत द्वारा व्यापार हेतु मीना प्रजापत पति घनश्याम प्रजापत निवासी तिलकेश्वरी कॉलोनी पीपलीनाका से उधार लिये थे। जिसके एवज में मकान की मूल रजिस्ट्री एवं सिक्यूरिटी के तौर पर सात चेक हस्ताक्षर करवाकर कोरे दिये थे। हर माह ब्याज एवं मूल जमा करने को कहा था। मीना प्रजापत द्वारा अनपढ़ता का लाभ उठाकर लिखापढ़ी करवा ली व जबरन 10 प्रतिशत ब्याज वसूल करने लगी तथा जमा की गई एक डेढ़ लाख की राशि ब्याज में ही जमा कर ली और एक प्लाट भी धौंस धपट कर हड़प लिया। इसके बावजूद 5 लाख की राशि उपर निकाल ली तथा महेश प्रजापति तथा पूरे परिवार को लगातार गुंडे साथी रमेश दूधवाला, नंदू प्रजापति, बसंत राय, मोहन नगर निवासी से धौंस दिलवा रही है तथा दो पहिया वाहन क्रमांक एमपी 41 एमई 0483 भी जबरन छीनकर रख ली तथा मोबाईल भी छीन लिया। इसके बाद 4 नवंबर को सुबह 11 बजे मीना प्रजापति व उसके साथी आए और उन्होंने राशि के लिए धौंस दी। पति महेश प्रजापत तथा गर्भवति बहू के साथ ही गाली गलौच की तथा मारपीट की। बहू की तबीयत बिगड़ी तो उसे डॉक्टर को दिखाया और भयभीत पति ने सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उनका गुरूनानक अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना की शिकायत चिमनगंज थाने में की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब आरोपी समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं तथा मेरे तथा तीनों पुत्रों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट डालने की धौंस दे रहे हैं। डीजीपी, आईजी, कलेक्टर तथा एसपी को शिकायत मीना प्रजापति तथा ब्याजखोरों से मुक्ति दिलाने तथा सातों चेक एवं मकान की रजिस्ट्री भी जब्त करने की मांग की है।