महाकाल में श्रद्धालुओं को किया जागरूक और दिया स्वच्छता का संदेश
Ujjain @ भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के संगठन भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान द्वारा देश भर में स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज उज्जैन के महाकाल मंदिर को भी स्वच्छ बनाने के लिए विभिन्न आयोजन किए गए। टीम ने नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। साथ ही श्रद्धालुओं को स्वच्छता संदेश का पेम्पलेट और गिफ्ट बांटे।
पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान द्वारा स्वच्छ भारत- स्वच्छ पर्यटन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। संस्थान द्वारा देश के 450 शहरों में यह अभियान चलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में भी 10 शहरों का चयन किया गया।
ऐसे में उज्जैन में भी संस्थान द्वारा आज स्वच्छ भारत-स्वच्छ पर्यटन के तहत आयोजन किए गए। ग्वालियर से पहुंची भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान की टीम में महाकाल मंदिर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम किए।
महाकाल मंदिर परिसर में उज्जैन नगर निगम सभापति सोनू गेहलोत, महाकाल मंदिर सहायक प्रशासक श्री तिवारी, संस्था के डॉ. कामाक्षी माहेश्वरी, अमित तिवारी सहित अन्य गणमान्यजनों ने स्वच्छता का संदेश देने वाले पेम्पलेट का विमोचन किया। जिसके बाद मंदिर में आए हुए श्रद्धालुओं को पेम्पलेट और गिफ्ट बांटे गए।
जिसके बाद मंदिर परिसर में ही एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ। जिसके माध्यम से लोगों को गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए घर में एवं बाहर सफाई रखने का संदेश दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
इसके बाद संस्था ने राष्ट्र भारतीय शिक्षा महाविद्यालय में छात्राओं को शिक्षा और पर्यावरण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। छात्राओं ने स्वच्छता की शपथ ली। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रश्मि शर्मा ने विद्यार्थियों को पर्यटन और स्वच्छता पर उद्बोधन दिया। छात्राओं को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बनाई गई फिल्म का अवलोकन कराया गया।
संस्था की डॉ. कामाक्षी माहेश्वरी ने बताया कि देश भर से जो पर्यटक उज्जैन आता है, वह सुंदर जगह पर आए, उसकी सुंदरता को निहारे और उसकी सुंदरता बरकरार रखें। हम इसके जरिए बताना चाहते है कि कहीं भी हमें गंदा नहीं रखना है, स्थलों को स्वच्छ बनाना है।
रविवार को भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान द्वारा उज्जैन के माधवनगर रोड़ स्थित शिप्रा रेसीडेंसी में एक कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें भारतीय पर्यटन में स्वच्छता का महत्व, उज्जैन को स्वच्छ बनाने, नदी-तालाब को गंदा न करने सहित कई विषयों पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।