अब धातु के पात्र से स्पर्श कराए बगैर जल चढ़ाना होगा
उज्जैन | महाकाल के शिवलिंग पर अब पंडे-पुजारी, आम और वीआईपी श्रद्धालुओं को धातु के पात्र को स्पर्श कराए बगैर जल चढ़ाना होगा। मंदिर प्रबंध समिति ने गर्भगृह में बाल्टी और घड़ा ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट में शिवलिंग के क्षरण को लेकर सारिका गुरु द्वारा दायर याचिका के बाद मंदिर प्रबंध समिति ने मंगलवार को क्षरण रोकने के प्रयास में एक ओर निर्णय लिया। समिति ने गर्भगृह में शिवलिंग पर पुष्प एवं बिल्वपत्र भी शीर्ष भाग पर चढ़ाने को कहा है। समिति के प्रभारी प्रशासक प्रदीप सोनी ने मंगलवार देरशाम आदेश जारी किए, जो तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिए।