स्वच्छ विद्यालय प्रतियोगिता में नामांकन की समीक्षा की गई उज्जैन संभाग प्रदेश में प्रथम
उज्जैन । स्वच्छ विद्यालय प्रतियोगिता में नामांकन की संभागीय समीक्षा बैठक संयुक्त आयुक्त विकास श्री प्रतीक सोनवलकर द्वारा बृहस्पति भवन में ली गई। बैठक में संभाग के सभी जिलों के नामांकन की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि आगामी 30 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत स्कूलों का नामांकन इस प्रतियोगिता के लिये किया जाये। उज्जैन संभाग नामांकन में प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान पर चल रहा है और संभाग में कुल 65 प्रतिशत स्कूलों द्वारा इस प्रतियोगिता के लिये अपना नामांकन करवाया गया है। बैठक में प्रभारी संयुक्त संचालक शिक्षा श्री संजय गोयल, सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी, बीईओ एवं बीआरसी मौजूद थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले के 3407 स्कूलों में से 2536 स्कूलों ने, देवास जिले के 3079 स्कूलों में से 1866 स्कूलों ने, मंदसौर जिले के 2617 स्कूलों में से 1599 स्कूलों ने, शाजापुर जिले के 2082 स्कूलों में से 1178 स्कूलों ने, आगर जिले के 1266 स्कूलों में से 1051 स्कूलों ने, रतलाम जिले के 2889 स्कूलों में से 2748 स्कूलों ने अपना नामांकन स्वच्छ विद्यालय प्रतियोगिता के लिये ऑनलाइन पोर्टल पर करवाया है। उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ विद्यालय कैम्पेन की शुरूआत की गई है। स्वच्छ विद्यालय का चुनाव तीन अलग-अलग चरणों में होगा, जिला स्तर, राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर। बैठक में श्री प्रतीक सोनवलकर ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत विद्यालय भी स्वच्छ होना आवश्यक है। विद्यालय अच्छे होंगे तो बच्चों को अच्छा परिवेश मिलेगा। उज्जैन संभाग में चार जिले अब तक खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे 31 अक्टूबर तक अपना पंजीयन अनिवार्य रूप से करवा लें। रतलाम जिला 95 प्रतिशत पंजीयन करवाकर संभाग में आगे चल रहा है।