ट्रांसफार्मर ऑइल एवं विद्युत तारों की चोरी रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाये जायें
जिला स्तरीय विद्युत सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न
उज्जैन। जिले में ट्रांसफार्मर ऑइल एवं विद्युत तारों की चोरी रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाये जायें। वोल्टेज परिवर्तन के कारण कई बार किसानों की मोटर जल जाती है, इसके कारण उन्हें अनावश्यक हानि होती है। अत: वोल्टेज में उतार-चढ़ाव कम से कम हो, इसके लिये आवश्यकता अनुसार ट्रांसफार्मर का आंकलन कर उन्हें स्थापित किया जाये। जिले में कितनी लम्बाई में तार लटक रहे हैं, इसका भी सर्वेक्षण कराकर आगामी बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय ने आज गुरूवार को जिला स्तरीय विद्युत सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन एवं विधायक डॉ.मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित थे।
बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जिला स्तरीय विद्युत सलाहकार समितियों को पुनर्जीवित किया गया है। इन समितियों में जिले के दो-दो समाजसेवी व्यक्तियों को भी नामांकित किये जाने की कार्यवाही भी प्रचलन में है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आंकलित बिलों को लेकर आम जनता में रोष व्याप्त है। मंत्री द्वारा इस समस्या का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिये गये। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जहां आवश्यक हो वहां ट्रांसफार्मर लगाया जाना चाहिये। ट्रांसफार्मर बदलने में दो दिन से अधिक समय नहीं लगना चाहिये। मंत्री द्वारा सौभाग्य योजना के अन्तर्गत जून-2018 तक जिले में 59 हजार 183 घरों को विद्युत कनेक्शन देने के निर्देश दिये गये हैं।
विधायक डॉ.मोहन यादव ने बैठक में कहा कि लाइन लॉस रोकने के लिये शहरी क्षेत्रों में की जाने वाली कार्यवाही के कारण कई ईमानदार उपभोक्ताओं को विद्युत प्रदाय नहीं हो पा रही है। इसके लिये उन्होंने केडी गेट एवं गीता कॉलोनी में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की आवश्यकता बताई। विधायक द्वारा उज्जैन शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई के लिये दिन में विद्युत प्रदाय करने की मांग रखी। विधायक ने विकास खण्ड अथवा ग्राम पंचायतों को बिजली बचाने के लिये शत-प्रतिशत एलईडी लाईट वाले गांवों में परिवर्तित करने की आवश्यकता बताई।
बैठक में मप्रपक्षे विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री श्री शैलेन्द्र गुजराती ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में एडीबी योजना के अन्तर्गत रूई, बंजारी एवं पलदूना में तथा एसएसपीडी योजना के तहत रामातलाई एवं कांकरिया चिराखान में 33 केव्ही के उपकेन्द्र स्थापित कर दिये गये हैं। एडीबी योजना के तहत ही जिले में अतिरिक्त 5 एमव्ही के 31 ट्रांसफार्मर लगाये गये हैं। ये ट्रांसफार्मर ढाबलागौरी, नहारिया, माकड़ोन, रूनखेड़ा, नरवर, पिपलौदा, राघौपिपल्या, उन्हेल स्टेशन, घिनौदा, हतई पालकी, चिरोला, आक्यालिंबा, झारड़ा, रातड़िया, जैथल, खामली, खारपा, सरोला, कनासिया, नांदेड़, झितरखेड़ी, इन्दौख, पलसोड़ा, कोठड़ी, बटलावदी, बुरानाबाद, नरसिंहगढ़, रूपेटा, रूनिजा, घोंसला व बंजारी में लगाये गये हैं। जिले में 100 केव्ही डीटीआर के 518 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित किये गये हैं। इसी तरह 12वी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत 120 ग्रामों में 11 केव्ही की 71.3 किमी लाइन बिछाते हुए 1233 हितग्राहियों को विद्युत कनेक्शन प्रदान किये गये हैं। अधीक्षण यंत्री द्वारा बताया गया कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना अन्तर्गत उज्जैन जिले की पांच तहसीलों में नये 33 केव्ही उपकेन्द्र स्थापित किये जायेंगे। इनका कार्य शीघ्र प्रारम्भ होगा। ये उपकेन्द्र नागदा तहसील के मोहना, भीकमपुर, बड़नगर के बांदरबेला, बड़गारा तथा उज्जैन तहसील के ग्राम रलायती में स्थापित किये जायेंगे।
सौभाग्य योजना के तहत 59 हजार 183 घर में विद्युत कनेक्शन
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री द्वारा सितम्बर माह में घोषित सौभाग्य योजना के तहत जिले में सभी घरों में जून-2018 तक विद्युत कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में जिले में तीन हजार कनेक्शन दिये गये हैं। योजनान्तर्गत जिले में कुल 59 हजार 183 घरों को विद्युत कनेक्शन दिये जाना है। सौभाग्य योजना के तहत बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को नि:शुल्क एवं अन्य उपभोक्ताओं को 500 रूपये जमा कर विद्युत कनेक्शन दिये जाने का प्रावधान है। यह 500 रूपये की 50 रूपये प्रतिमाह की दर से 10 माह में विद्युत बिलों के साथ लिये जाना हैं। मजरे-टोले सहित जिले के ग्रामों की संख्या 1524 होती है। उज्जैन जिले में शत-प्रतिशत ग्राम विद्युतीकृत हैं। इन ग्रामों में भौतिक सत्यापन के बाद नये कनेक्शन दिये जा रहे हैं। बैठक में अधीक्षण यंत्री श्री शैलेन्द्र गुजराती, कार्यपालन यंत्री श्री एसके जैन, सहायक यंत्री श्री केतन रायपुरिया, श्री विजय शर्मा एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।