पुत्र कितना भी उंचा हो जाए, माता-पिता के लिए छोटा ही होता है
उज्जैन @ पुत्र के सम्मान में पिता खड़ा नहीं हो सकता। पुत्र सदैव माता पिता के लिए छोटा ही होता है, उसका कद उसकी गरिमा कितनी भी उंचा हो जाए उसका साम्राज्य कितना भी विशाल हो तो भी पिता के लिए संतान छोटी ही होती है।यह बात चिंकेश्वरी दीदी पिता नवीन पंड्या ने श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा यज्ञ में सती चरित्र पर महादेव तथा राजा दक्ष के विवाद प्रसंग पर बोलते हुए कही। श्रीमद् भागवत कथा सेवा समिति द्वारा लक्कड़गंज स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर धर्मशाला प्रांगण में आयोजित भागवत कथा में मंगलवार को वराह अवतार, हिरण्याक्ष वध, कपिल देवहूति संवाद, सती चरित्र, धु्रव चरित्र, भरत चरित्र का वर्णन किया गया। प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक होने वाली इस कथा में आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। कथा भाटी राजपूत समाज, मां ज्ञानेश्वरी ग्रुप, समर्पण सेवा समिति, हनुमान भक्त मंडल, मां अन्नपूर्णा हलवाई संघ, हमारा भक्त परिवार के सहयोग से आयोजित की जा रही है।