सिंहस्थ में बनी रोटरी व डिवाइडर एक बार फिर संवरेंगे
सिंहस्थ-2016 में बनाई 16 रोटरी व डिवाइडर दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। नानाखेड़ा, इंजीनियरिंग कॉलेज फोरलेन व आगर रोड की रोटरी के पत्थर टूट गए हैं। पीडब्ल्यूडी पांच साल का ठेका देकर इन्हें संवारेगी।
आगर रोड, इंदौर रोड व इंजीनियरिंग कॉलेज तथा देवास रोड को सुंदर बनाने के लिए 16 रोटरी व डिवाइडर का निर्माण धोलपुरी लाल पत्थरों से किया था। 4 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। ठेके में यह प्रावधान किया था कि पत्थर खराब होंगे तो ठेकेदार बदलेगा लेकिन दुर्घटना में टूटेंगे तो उसका जिम्मा नहीं होगा। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से ठेकेदार से स्टील के पाइप रोटरी व डिवाइडर के आसपास लगवाए थे। वाहन दुर्घटना में आगर रोड, नानाखेड़ा व इंजीनियरिंग कॉलेज फोरलेन की रोटरी के पत्थर टूट गए हैं। इन्हें बदलने या मेंटेनेंस कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी नया ठेका करेगा। जिसमें यह प्रावधान किया जा रहा है कि यदि वाहन दुर्घटना में या अन्य वजह से रोटरी व डिवाइडर के पत्थर टूटते हैं तो उन्हें बदलने व मेंटेनेंस का कार्य ठेकेदार को करना होगा।
यहां टूटे पत्थर
आगर रोड पर एमआर-5 चौराहे पर बनी रोटरी, इंजीनियरिंग कॉलेज फोरलेन के डिवाइडर पर, नानाखेड़ा बस चौराहे पर बनी रोटरी, देवास रोड व अन्य स्थानों पर लाल पत्थर टूट गए हैं।
मेंटेनेंस का ठेका देंगे
सिंहस्थ में बनाई रोटरी व डिवाइडर मेंटेनेंस कार्य का ठेका दिया जाएगा। ठेका अवधि में ठेकेदार रोटरी व डिवाइडर का पत्थर टूटने पर उसे बदलेगा तथा मेंटेनेंस कार्य करेगा। आरके सांवला, सीई पीडब्ल्यूडी