मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन एवं कौशल्या योजना में 57 मॉडयूल्स में प्रशिक्षण शुरू
इस साल 4.5 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण का लक्ष्य
70 प्रतिशत के प्लेसमेंट का प्रावधान
मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन एवं कौशल्या योजना में 35 शासकीय आईटीआई में फूड प्रोसेसिंग, प्लंबर, केपिटल गुड्स, आटोमोटिव, फर्नीचर फिटिंग, इलेक्ट्रानिक्स, सिक्युरिटी, ब्यूटी वेलनेस, आईटी सेक्टर के अलग-अलग 57 मॉडयूल्स में प्रशिक्षण शुरू किया जा चुका है। योजना में 10 सेक्टर में जो कोर्स प्रारंभ किये जा रहे हैं, उनके लिए ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स में 148 प्रशिक्षक का सर्टिफिकेशन सेक्टर ऑफ काउंसिल द्वारा किया जा चुका है।
योजना का मुख्य उददेश्य विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कौशल संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप (नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क अंतर्गत) प्रमाणीकरण एवं एकरूपता लाते हुए प्रशिक्षण में गुणवत्ता एवं रोजगार अवसर में वृद्धि लाना है। वर्ष 2017-18 के लिये साढ़े चार लाख प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना में ढाई लाख युवक-युवतियों एवं मुख्यमंत्री कौशल्या योजना में दो लाख युवतियों को प्रशिक्षण दिया जाना है। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार दिलाये जाने का प्रावधान किया गया है। प्लेसमेंट के बाद कम से कम तीन माह तक उनकी मॉनिटरिंग की जायेगी।
प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में शासकीय आईटीआई, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक कॉलेज, उच्च शिक्षा विभाग एवं अर्ध शासकीय संस्थाओं के रूप में एटीडीसी, निफ्ट, आईजीटीआर, क्रिस्प, सिपेट, आदि से एमओयू कर माह नवम्बर 2017 से बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण प्रारंभ किया जाना है। योजना में 100 घंटे से 1200 घंटे की अवधि के कोर्स शामिल हैं। इसमें मूल्यांकन एवं प्रमाणीकरण एनसीव्हीटी के मापदंड अनुरूप किया जायेगा।
राजेश पाण्डेय