94 प्रतिशत लाई तो ससुराल ने भी साथ दिया और आज मैं डीएसपी हूं नई पहल की वार्षिक बैठक में हुआ दो महिला डीएसपी का सम्मान
उज्जैन। लड़कियां अगर पढ़ाई की तरफ ध्यान देती हैं तो ससुराल में भी
बेटियों सा सम्मान पाती हैं। कम उम्र में शादी होने के बाद भी 12वीं में
94 प्रतिशत से पास होने पर ससुर ने पूरा सम्मान दिया और प्रशासनिक
अधिकारी की पढ़ाई करवाई जिसका परिणाम है कि आज मैं डीएसपी हूं।
यह बात हाल ही में डीएसपी पद पर पदस्थ हुई देवास की रूबिना शेख ने
मुस्लिम समाज के सामाजिक संगठन नई पहल की वार्षिक बैठक में आयोजित सम्मान
समारोह में कही। नई पहल द्वारा हाल ही में डीएसपी बनी रूबिना तथा साबेरा
अंसारी इंदौर का सम्मान किया। डीएसपी साबेरा अंसारी ने कहा कि सब
इंस्पेक्टर पिता की बेटी ने पढ़ाई में अव्वल आकर अपने परिवार का नाम रोशन
किया नारी अबला नहीं सबला है। नारी बीबी फातेमा है तो मां दुर्गा का रूप
भी है। मुख्य अतिथि शहरकाजी खलीकुर्रहमान, पंजाब एंड सिंध बैंक मैनेजर
रफीउल, संस्था संरक्षक आबिद अली मीर, शाहिद हाशमी, आदिल हसन, डॉ. वाजिद
कुरैशी, अब्दुल हकीम खान, मम्मू पटेल, कमर अली, ए.के. खान, इसराईल
मंसूरी, अंजुम इकबाल ने स्मृति चिन्ह देकर दोनों प्रशासनिक अधिकारियों का
सम्मान किया। नई पहल की वार्षिक मीटिंग के अवसर पर संस्था के सदस्य शकेब
कुरैशी, डॉ. अनीस शेख ने क्लब की उपलब्धि गिनाई। विगत दिनों फ्यूजन
पैथॉलोजी लैब के माध्यम से खून-पेशाब की जांच आधे दामों में और समाज के
लिए शव वाहन उपलब्ध करवाया। शिक्षा के लिए ओएसएस एकेडमी पर समाज के
बच्चों के लिए काउंसलिंग पर ध्यान दिया जाएगा। भविष्य में परिचय सम्मेलन
की करने की बात भी बैठक में रखी। बैठक में गेम क्वीज, तात्कालिक भाषण का
आयोजन किया गया। अतिथियों का स्वागत डॉ. जावेद, जफर खान, समीर उल हक, फैज
जाफरी, अमजद खान, जावेद यजदानी, आरिफ हुसैन, कलीम खान, सलीम कुरैशी ने
किया। संचालन सलीम खान ने किया एवं आभार सैयद असद अली जागीरदार ने माना।