युवा प्रतिभाओं से विश्वविद्यालय गौरवान्वित होता है- संभागायुक्त श्री ओझा
दो दिवसीय विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव का शुभारंभ हुआ।
उज्जैन। युवा प्रतिभाओं से विश्वविद्यालय गौरवान्वित होता है। दृढ़ निश्चय और संकल्प से ही सफलता प्राप्त होती है। युवजन कला, संस्कृति कर्म और शिक्षा में प्रगति करने के साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाब होने के लिए तैयारी करें। उज्जैन के प्रशासनिक अधिकारीगण प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों का निःशुल्क मार्गदर्शन करने के लिए तत्पर रहेंगे। युवाओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मैं शुभकामनाएँ देता हूँ।
ये उद्गार उज्जैन के संभागायुक्त श्री एम बी ओझा ने विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव के शुभारंभ अवसर पर स्वर्ण जयंती सभागार में व्यक्त किए।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शीलसिन्धु पाण्डेय ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि जीवन मे सकारात्मकता लाएँ। युवा अपने जीवन में ऊँचे लक्ष्य बनाएँ, उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। कला और संस्कृति के क्षेत्र में उज्जैन विशेष स्थान रहा है। इस क्षेत्र के गौरव को बढाने के लिए युवजन संकल्पित हों।
विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त संचालक डॉ उषा श्रीवास्तव ने युवाओं को मार्गदर्शन करते हुए कार्यक्रम की सफलता की मंगलकामनाएँ दी।
विश्वविद्यालय के आधारशिला दिवस के अवसर सम्राट विक्रमादित्य के मूर्तिशिल्प पर अतिथियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। पूजन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर शास्त्री मुसलगाँवकर एवं शिक्षकों ने सम्पन्न करवाई।
अतिथि स्वागत कुलसचिव डॉ परीक्षित सिंह, युवा उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो बी के मेहता,विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ राकेश ढंड सहित विभिन्न जिलों के दल प्रबन्धकों ने किया।
उद्घाटन समारोह के पश्चात् सांस्कृतिक, साहित्यिक और रूपांकन वर्ग की विधाओं में विद्यार्थियों ने अपने कौशल और प्रतिभा का परिचय दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मुख्य अतिथि श्रीमती मधुरिमा पाण्डेय थीं। आयोजन में विक्रम परिक्षेत्र के लगभग साढ़े तीन सौ प्रतिभागी भाग लेने के लिए आएँ हैं।
संचालन डॉ रूबल वर्मा ने किया। आभार कुलसचिव डॉ परीक्षित सिंह ने माना।
समापन एवं पुरस्कार वितरण 10 अक्टूबर को होगा
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव का समापन समारोह 10 अक्टूबर को स्वर्ण जयंती सभागार में दोपहर 3-30 संपन्न होगा। मुख्य अतिथि एडीजीपी श्री मधुकुमार होंगे। अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शीलसिन्धु पाण्डेय करेंगे। विशेषअतिथि अतिरिक्त संचालक डॉ उषा श्रीवास्तव होंगी। 10 अक्टूबर को प्रातः 8: 30 से स्वर्ण जयंती सभागार एवं पुरातत्त्व संग्रहालय में विभिन्न विधाओं में युवा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।