चांदी के रथ में प्रभु, हाथी पर तपस्वी
उज्जैन। गरम जल के 30 उपवास करने वाली तपस्वी रेखा रितेश हरणिया की तपस्या पूर्ण होने पर शुक्रवार सुबह 9.30 बजे घी मंडी स्थित कांच के जैन मंदिर से वरघोड़ा जुलूस निकला। जिसमें चांदी के रथ में प्रभु, हाथी पर तपस्वी, जिन शासन ध्वजा, बैंडबाजे ढोल, बग्घी शामिल रहे। सैकड़ों समाजजनों ने तपस्वी की अनुमोदना की। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर जुलूस का स्वागत हुआ। गच्छाधिपति आचार्य दौलतसागर सूरिजी, आचार्य नंदीवर्धन सागर सूरिजी, आचार्य हर्षसागर सूरिजी की निश्रा में विभिन्न मार्गों से होते हुए जुलूस श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी खाराकुआ मंदिर पहुंचा जहां धर्मसभा का आयोजन हुआ। यहां पेढ़ी ट्रस्ट व जैन श्वेतांबर छोटे सात ओसवाल समाज की ओर से तपस्वी को बहुमान किया गया। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष महेन्द्र सिरोलिया, सचिव जयंतीलाल तेलवाला, ट्रस्टी दिलीप सिरोलिया, कैलाशचंद्र सर्राफ, संतोष सर्राफ, संजय जैन खलीवाला, सुशील जैन, राजेश डगवाला, नितेश हरणिया, रितेश हरणिया, अभय जैन भैय्या, राहुल कटारिया, अंकित चौपड़ा, अभिषेक जैन सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
प्रारंभ हुई आगम शास्त्र महापूजा खाराकुआं तीर्थ के प्रथम मंजिल स्थित हाल पर शुक्रवार से 45 आगम शास्त्र का महापूजन प्रारंभ हुआ। जिसमें सूरत गुजरात के लिकेश भाई एंड पार्टी के द्वारा संगीतमयी पूजन कराया गया। दोपहर 11.30 से 5.30 बजे तक 23 आगम की पूजा हुई। आज शनिवार सुबह 10.30 से शाम 4 बजे तक 22 आगम का पूजन विभिन्न लाभार्थी परिवारों द्वारा किया जाएगा। आराधकों का हुआ पारणा इधर नौ दिनी ओली तप आराधना पूर्ण होने पर शुक्रवार सुबह 8 बजे से रंगमहल धर्मशाला में सभी 400 आराधकों का पारणा हुआ। जिसका लाभ अभयकुमार शांतिलाल जैन परिवार ने लिया। इसी के साथ गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ से आए तपस्वी अपने घरों के लिए रवाना हो गए।