तप, साधना और संयम के बल से मन, मस्तिष्क व शरीर बनता है मजबूत
धर्म सभा में बोले आचार्य हर्ष सागरसूरीजी-पेढ़ी ट्रस्ट ने किया ओलीजी लाभार्थी का बहुमान, 400 आराधकों का पारणा आज
उज्जैन। तप का महत्व समझाते हुए गुरुवार को आचार्य हर्ष सागर सूरीश्वरजी महाराज ने कहा कि सूखी रोटी खाने वाले मजदूर में इतना बल होता है कि वह पूरा ट्रक भर सामान भी खाली कर देता है। लेकिन मेवा-मिष्ठान खाने वाले लोग 5 किलो सामान भी इधर से उधर नहीं उठा सकते। केवल अच्छा खाने से ही शरीर में शक्ति रहे ऐसा नहीं है। तप साधना और संयम के बल से मन, मस्तिष्क व शरीर को मजबूत बनाया जा सकता है।
सखीपुरा चूड़ी गली में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्यश्री ने कहा कि तप हर विघ्न-बाधा को दूर कर सकता है। उन्होंने महापुरुषों द्वारा किए गए विशालतम तप की महत्ता समाजजनों को बताई। गच्छाधिपति आचार्य दौलत सागर सूरीश्वरजी व आचार्य नंदिवर्धन सागर सूरीश्वरजी महाराज भी मौजूद रहे। धर्मसभा उपरांत 9 दिनी ओलीजी तप आराधना लाभार्थी अभय कुमार शांतिलाल जैन परिवार का श्री ऋषभदेव छगनाराम पेढ़ी ट्रस्ट की ओर से शॉल श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंट कर बहुमान किया गया। इसी के साथ गुरुवार को तप पद की आराधना के साथ तपस्या पूर्ण हुई। शुक्रवार सुबह 8 बजे रंगमहल धर्मशाला में सभी 400 आराधकों का पारणा होगा। इस अवसर पर पेढ़ी ट्रस्ट अध्यक्ष महेंद्र सिरोलिया, ट्रस्टी दिलीप सिरोलिया, डॉ. पारस मारू, बाबूलाल बिजलीवाला, तेजकुमार सिरोलिया, कांतिलाल संघवी, अर्पण जैन, विशाल जैन, दीपक जैन, राहुल कटारिया, रितेश जैन सहित विभिन्न समाजजन मौजूद रहे।
आज से 2 दिन आगम शास्त्र महापूजा
खाराकुआं तीर्थ के प्रथम मंजिल स्थित हाल पर शुक्रवार और शनिवार को 45 आगम शास्त्र का महापूजन होगा। जिसमें गुजरात की संगीतकार पार्टी शामिल होगी। शुक्रवार दोपहर 11.30 से 5.30 बजे तक 23 आगम की पूजा होगी। वहीं शनिवार सुबह 10.30 से शाम 4 बजे तक 22 आगम का पूजन विभिन्न लाभार्थी परिवारों द्वारा किया जाएगा।