सदाचार और शांति में महिलाओं का योगदान ज्यादा - चौहान
उज्जैन @ संगठन में निस्वार्थ भावना से कार्य करना चाहिए इससे निपुणता आती है। भले ही कुल जनसँख्या का लगभग 50 प्रतिशत भाग महिलाओं का है, लेकिन समाज में शांति एवं सदाचार स्थापित करने में उनका योगदान ‘इससे कही’ ज्यादा है। महिलाओं के पास कुछ ऐसी ईश्वरीय शक्तियां है, जो आमतौर पर पुरुषों में नहीं पायी जाती और इन्ही शक्तियों एवं अपने कार्यकौशल की बदोलत आज समाज में आगे आकर बहनों ने अपना एक सर्वमान्य एवं सम्माननीय स्थान बनाया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने आज यहां आयोजित महिला मोर्चा की प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण वर्ग को संबोधित करते हुए कही।
श्री चौहान ने कहा कि भाजपा में महिलाओं के लिए राजनीति की अपार संभावनाएं है, आज देश का रक्षा मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग पहली बार किसी महिला ने संभाला हुआ है। विदेश मंत्रालय पर महिला आसीन है और ऐसे देश-प्रदेश में अनेक उदाहरण है जो ये सिद्ध करते है की हिन्दुस्तान में महिलाओं को भारतीय जनता पार्टी में राजनैतिक अवसर अधिक मिले है। उन्होंने कहा कि पहले परिवार और समाज में पुरूषों की राय महत्वपूर्ण होती थी लेकिन आज इस बदलते परिदृश्य में न सिर्फ घर परिवार अपितु समाज में भी महिलाओं की राय को प्रमुखता दी जाती है। जिसके परिणामस्वरूप समाज के साथ ही राष्ट्र भी मजबूत हो रहा है। श्री चैहान ने कहा कि राजनीति में महिलाओं के लिए नेतृत्व क्षमता विकसित करने हेतु जितनी संभावनाये मध्यप्रदेश में है, शायद वो किसी अन्य प्रांत में नहीं है। मध्यप्रदेश सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं के लिए अनेक योजनाये लागू की है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ हमारी लाखों बहनों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की विश्वसनीयता पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा है। इसका कारण उनका आत्मविश्वास और उनकी दूरदर्शिता है।
पूर्व में पार्टी की प्रदेश मंत्री एवं मोर्चा की प्रदेश प्रभारी श्रीमती कृष्णा गौर ने महिलाओं का राजनीती में महत्वपूर्ण योगदान विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि आज राष्ट्र एवं समाज के सर्वांगीण विकास में महिलाओं की सराहनीय एवं अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। आज के राजनैतिक परिदृश्य में महिलाओ का महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि महिला ही समाज में व्याप्त बुराइयों, दुर्विचार के विरुद्ध पूर्ण आत्मविश्वास के साथ खड़ी है साथ ही समाज को नई दिशा देने का काम कर रही है। समाज में ऐसे अनेक उदाहरण है जिसके हम अनुगामी बनें। इस सत्र की अध्यक्षता प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री अरविन्द कवठेकर एवं विशेष आतिथ्य श्री इकबाल सिंह गांधी ने किया।
उक्त अवसर पर मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लता ऐलकर, श्रीमति प्रज्ञा त्रिपाठी, श्रीमती माया नरोलिया, श्रीमती सुषमा जैन, श्रीमती बबिता परमार, श्रीमती सुमन शर्मा, श्रीमती आशा सेंगर, श्रीमती रजनी उपाध्याय सहित प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष एवं जिला प्रभारी बहनें उपस्थित थी। बैठक के अंतिम सत्र में प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख श्री अरविन्द कोठेकर ने पंडिंत दीनदयाल उपाध्याय के "व्यक्तित्व एवं कर्तत्व" विषय पर उपस्तिथ बहनों को स्मोबोधित करते हुए कहा की साधारण व्यक्तित्व होने के बाद भी अनेकों अनेक असाधारण कार्यों को निष्पादित करने की कुशलता ही पंडित जी का सम्पूर्ण परिचय है , श्री कोठेकर ने कहा की हम आज पंडित जी का जन्मशताब्दी वर्ष मना रहे है और इस प्रकार समाज एवं राष्ट्रहित असधारण कार्य कर हम पंडित जी को सच्ची श्रद्धांजलि प्रदान करेंगे।