महाकाल मन्दिर की व्यवस्था को और मजबूत बनाना होगा
उज्जैन @ श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के द्वारा गत 28 जुलाई 2017 को नागपंचमी पर्व में मन्दिर प्रबंध समिति के सेवकों को उनके द्वारा व्यवस्थाओं में अत्यन्त विनम्र एवं समर्पण भाव से उत्कृष्ट सेवा देने के लिये कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे द्वारा नागपंचमी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह कार्यक्रम महाकाल प्रवचन हॉल में शाम को आयोजित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री भोंडवे ने कहा कि मन्दिर की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाना होगा। इसमें हम सबकी सहभागिता होना आवश्यक है। नागपंचमी पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन की व्यवस्थाओं में मन्दिर के सेवकों ने बखूबी से बहुत बढ़िया काम किया है, वह बधाई एवं धन्यवाद के पात्र हैं।
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने हम सब परिवार के सदस्य हैं और परिवार के हिसाब से हम सबको मिलजुल कर मन्दिर की व्यवस्थाओं में विनम्रता से श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार कर एक अच्छा सन्देश दें। मन्दिर की सुरक्षा सुगमता एवं व्यवस्था को हम सबको मिलकर कायम रखना जरूरी है। जिला प्रशासन के द्वारा गत वर्ष से नई परम्परा शुरू की है, जिसमें अच्छे काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाना चाहिये और यह परम्परा निरन्तर चलती रहेगी। इस वर्ष महाकाल मन्दिर में विभिन्न पर्व और त्यौहार मनाये गये हैं। इन त्यौहारों और पर्वों में और क्या बेहतर कर सकते हैं। यह कार्य अभी से किया जाना चाहिये। अतिथियों ने इस अवसर पर सहायक प्रशासनिक अधिकारी सर्वश्री एसपी दीक्षित, दिलीप गरूड़ सहित विभिन्न शाखाओं के प्रभारियों में सर्वश्री बालू, श्री गोपाल कुशवाह, अशोक लांडगे, उमेश पण्ड्या, उमेश दीक्षित, निरंजन जूनवाल, रमेश निंबालकर, सुधीर चतुर्वेदी, मनीष पांचाल, रमेश देवधर, संतोष मेहरे, मिलिन्द वैद्य, सत्येन्द्र सिंह, राजकुमार सिंह, अभिषेक उपाध्याय, एनसी व्यास, विपीन एरन, श्रीमती रजनी खेर, अभिषेक भार्गव, श्रीमती गौरी अमोल जोशी, डॉ.पीयूष त्रिपाठी को प्रशस्ति-पत्र भेंटकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, एएसपी श्री विनायक वर्मा, मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य पं.प्रदीप गुरू, सहायक प्रशासकद्वय सुश्री प्रीति चौहान व सतीश व्यास, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री एसपी दीक्षित तथा मन्दिर प्रबंध समिति के सेवक आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं अन्त में आभार डॉ.पीयूष त्रिपाठी ने प्रकट किया।