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महिला सशक्तिकरण की मिसाल है उज्जैन की सीमा गोयल



मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ लेकर बनी है फैक्टरी मालिक 
उज्जैन | मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना महिलाओं को उद्यमी बनाने के क्षेत्र में प्रभावी भूमिका निभा रही है। योजना का लाभ लेकर उज्जैन की युवा महिला सीमा गोयल भी एक सशक्त महिला की मिसाल बनी है। सीमा गोयल को इस योजना ने फैक्टरी मालिक बना दिया है। स्थानीय उद्योगपुरी क्षेत्र में उनके द्वारा पॉवरलूम कारखाने से एक्सपोर्ट क्वालिटी के कपड़े का उत्पादन किया जा रहा है। इसके लिये कारखाने में आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। उनकी फैक्टरी हेतु मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से 67 लाख 50 हजार रूपये का वित्त पोषण किया गया है। योजना में 12 लाख रूपये का अनुदान भी मिला है।
    सीमा गोयल ने अप्रैल-2017 में पॉवरलूम फैक्टरी के लिये जिला उद्योग केन्द्र में प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया था। उनके पति के पास विरासत में उद्योगपुरी क्षेत्र में इसके लिये 04 हजार वर्गफीट भूमि उपलब्ध थी। जिला उद्योग केन्द्र के अधिकारियों श्री ए.के.डे तथा श्री दिनेश ठाकुर ने प्रोजेक्ट की स्वीकृति समय-सीमा में कराते हुए प्रकरण बैंक को प्रस्तुत कर दिया। सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया की फ्रीगंज स्थित शाखा प्रबंधक श्री शरद अग्रवाल ने भी पूर्ण सहयोग करते हुए प्रकरण में समय-सीमा में राशि उपलब्ध करवाई। सितम्बर-2017 में फैक्टरी का कार्य शुरू हो गया। इसके लिये अत्याधुनिक मशीनें अहमदाबाद गुजरात से मंगवाई गई। परिसर में 16 पॉवरलूम मशीनें काम कर रही हैं। पुरानी पॉवरलूम मशीनों की तुलना में ये मशीनें कई मायनों में उत्कृष्ट गुणवत्ता की हैं। ये आवाज कम करती हैं, श्रमिक के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है, बिजली की खपत कम होती है, कपड़ा उत्पादन में कोई भी त्रुटि तत्काल परिलक्षित होती है।
    वर्तमान में पॉवरलूम फैक्टरी द्वारा उत्पादित कपड़ा गुजरात भेजा जा रहा है। फैक्टरी में 08 अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार मिल रहा है। फैक्टरी में उत्पादन प्रोसेस के अलावा सीमा कम्प्यूटर अकाउंटिंग भी सिस्टम पर बैठकर स्वयं करती हैं। सितम्बर माह में ही शुरू की गई इस फैक्टरी के कार्य संचालन में सीमा पूर्ण आत्मविश्वास, लगन और मेहनत के साथ जुटी हुई हैं। आगे इसके और विस्तार का इरादा है। उन्हें उम्मीद है कि उद्यमिता के जरिये वे न केवल अपने परिवार की आर्थिक समृद्धि में इजाफा करेंगी, बल्कि कई सारे अन्य व्यक्तियों को भी इसके जरिये रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये जो हितग्राहीमूलक योजनाएं संचालित की जा रही हैं, उनके जरिये उनके जैसी कई महिला उद्यमी आत्मनिर्भर बनी हैं। अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है। शासन की योजनाएं मैदानी स्तर पर बहुत कारगर ढंग से लोगों का भला कर रही हैं। खासतौर पर महिलाओं को इन योजनाओं ने पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा कर दिया है। महिलाएं अब किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से पीछे नहीं रही हैं।

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