मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत 110 बच्चों की सर्जरी करवाई गई
उज्जैन। उज्जैन जिले में अभियान चलाकर मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत
जिले में 153 बच्चों का परीक्षण किया गया। इनमें से वर्ष 2016-17 में 92 एवं इस वित्तीय वर्ष में अगस्त माह
तक 18 बच्चों की सर्जरी करवाई गई है। सर्जरी के बाद हृदय रोग से पीड़ित बच्चे अब सामान्य जीवन जी रहे
हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा वर्ष 2011 से मुख्यमंत्री बाल हृदय
उपचार योजना प्रारम्भ की गई है।
मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले एवं जो
गरीबी रेखा के नीचे नहीं हैं और वे भी अपने बच्चों का इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं, ऐसे परिवारों के शून्य से
15 वर्ष तक के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का उपचार, ऑपरेशन करवाया जाता है। योजना अन्तर्गत प्रत्येक बच्चे
के लिये आवश्यक धनराशि पैकेज अनुसार स्वीकृत कर अशासकीय अस्पतालों को प्रदान की जाती है। इस योजना
के तहत सभी प्रकरण जिला स्तर पर स्वीकृत किये जाते हैं। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के अन्तर्गत्
सहायता राशि प्राप्त करने हेतु रोगी को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्धारित प्रपत्र में
आवेदन-पत्र प्रस्तुत करना होता है। आवेदन के साथ सक्षम अधिकारी का बीपीएल का प्रमाणीकरण, एपीएल हो तो
एपीएल का प्रमाणीकरण, सिविल सर्जन का प्रमाण-पत्र जिसमें बीमार का नाम, उपचार पैकेज, चिकित्सालय के
नाम आदि का उल्लेख होता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से उपचार राशि की स्वीकृति
हेतु कलेक्टर से अनुमोदन प्राप्त कर राशि स्वीकृत की जाती है। स्वीकृति उपरान्त उपचार हेतु स्वीकृत राशि
सम्बन्धित चिकित्सा संस्थान को ई-बैंकिंग द्वारा अन्तरित की जाती है। उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिले में वर्ष
2016-17 में बाल हृदय उपचार योजना के लिये एक करोड़ 40 लाख 45 हजार रूपये तथा वर्ष 2017-18 में अब
तक 31 लाख 60 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अपील
की गई है कि शून्य से 15 वर्ष के ऐसे बच्चे, जिन्हें हृदय से सम्बन्धित कोई परेशानी है, अपनी जांच जिला
चिकित्सालय में करवायें एवं आवश्यकता पड़ने पर मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना का लाभ लें।
मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना के तहत इस वर्ष 11 सर्जरी हुई
मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना के तहत जिले में इस वर्ष 2017-18 में 30 अगस्त तक 22
प्रकरणों में कुल एक करोड़ 43 लाख रूपये स्वीकृत कर 11 शल्य क्रिया कर बच्चों को श्रवण योग्य बनाया गया
है। इस योजना के अन्तर्गत बीपीएल परिवार एवं उपचार कराने में अक्षम एपीएल परिवारों के श्रवणबाधित बच्चों
का उपचार एवं ऑपरेशन करवाया जाता है। योजना अन्तर्गत प्रत्येक बच्चे के लिये आवश्यक धनराशि पैकेज
अनुसार स्वीकृत कर अशासकीय अस्पतालों को प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत सभी प्रकरण जिला स्तर
पर स्वीकृत किये जाते हैं। मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना के अन्तर्गत् सहायता राशि प्राप्त करने हेतु रोगी
को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्धारित प्रपत्र में आवेदन-पत्र प्रस्तुत करना होता है।