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बकरी के लगा अजीब शोक, कि इस रोग से अब मालिक है परेशान


।एक मालिक के लिए उसकी बकरी का अजीब शौक उसके गले की फांस बन गई है। बकरी के इस अजीब व्यवहार से वह खासा परेशान है। क्योंकि इसकी बकरी को चारा या अनाज नहीं, बल्कि हडि्डयों को चबाने का शौक है। यदि उसे हड्डियां नहीं मिलती तो वह बेचैन हो जाती है और चिल्लाने लगती है। इसलिए मालिक को कहीं से भी उसे हड्डी लाकर देना होता है।

- फल्या के रहने वाले अरमान सिंह ने बताया कि ये बकरी उनके पास आठ साल से है। पहले यह बकरी भी आम बकरियों की तरह चारा या अनाज खाती थी। तीन-चार साल पहले एक कुत्ते ने मुर्गी का शिकार किया था। इसी दौरान पहली बार बकरी ने वहां पड़ी मुर्गी की हड्डी खाई थी। उसके बाद से इसने हड्डियां खाना शुरू कर दिया। शुरुआत में हड्डी नहीं मिलने पर यह जोर-जोर से चिल्लाने लगती। इसलिए इसे बेटा खेत में लेकर जाता, जहां इसे हड्डी मिल जाती। इसके बाद जब भी यह शोर मचाती बेटा मरे जानवरों की हड्डियां इसके सामने रख देता। उसे खाकर यह शांत हो जाती थी।

- अरमान सिंह ने बताया कि जब मैंने इसे हड्डी खाते देखा तो मैं हैरान रह गया। शुरुआत में तो लगा कि यह जुगाली कर बाहर फेंक देती होगी, लेकिन धीरे-धीरे समझ आया कि इसे यह हड्डी खाना पसंद है। जिस दिन भी इसे हड्डी नहीं मिले यह बेचैन होकर जोर-जोर से चिल्लाने लगती है। बकरी को इस प्रकार बेचैन देख कहीं से भी उसके लिए हड्डी लेकर आना पड़ता है। पहले तो इसका काम एक से चल जाता था, लेकिन अब इसे दिन में दो हड्डी चाहिए। इसलिए मुझे जंगलों में भटकना पड़ता है। कहीं भी मरे जानवर दिखाई देते हैं तो मैं उनकी हड्डी समेट लाता हूं।

- अरमान ने बताया कि बकरी के इस अजीब शौक को देखकर मैंने इसे डॉक्टरों को भी दिखाया है। उनका कहना है कि इसे बीमारी है इसका इलाज करना पड़ेगा। जब से बकरी हड्डी खा रही है उसका वजन कम होता जा रहा है।

बीमारी से ग्रसित है बकरी
- पशु चिकित्सक आरसी पांचाल ने बताया कि बकरी शाकहारी पशु है जो घास और और अनाज खाती है। लेकिन इस बकरी को हड्डी खाते मैंने भी देखा है। लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। यदि यह बकरी खा रही है तो यह एक प्रकारी की बीमारी से ग्रसित है। इसके शरीर में मिनिरल डिफिसिंएशी है, कैल्शियम फास्फोरस की कमी और ओवरएज होने एनिमल ऐसा व्यवहार करने लगते हैं। बकरियों में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है, लेकिन यह बकरी ऐसा व्यवहार कर रही है।

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