तेजस्वनी प्रोजेक्ट के एसएचजी के संवर्द्धन के लिये हुआ एमओयू
नाबार्ड और एमपीएमवीवीएन मिलकर करेंगे काम
उज्जैन । महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस की उपस्थिति में राज्य महिला वित्त एवं विकास निगम और नाबार्ड के बीच तेजस्वनी प्रोजेक्ट के अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों के संवर्द्धन के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। निगम की ओर से प्रबंध संचालक श्रीमती जयश्री कियावत एवं नाबार्ड के लिये मुख्य महाप्रबंधक श्री के.आर. राव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
स्व-सहायता समूहों के पोषण के लिये नाबार्ड राज्य सरकार के अभिकरणों, बैंक स्वैच्छिक संगठनों आदि को पूर्ण रूप से सहयोग कर रहा है। राज्य महिला वित्त विकास निगम द्वारा क्रियान्वित तेजस्वनी परियोजना का उद्देश्य आईएफएडी के सहयोग से स्व-सहायता समूहों का गठन, सतत रूप से जोड़ते हुए सदस्यों को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना है। वित्त विकास निगम द्वारा योजना के तहत आवेदन करने पर नाबार्ड द्वारा यथा योग्य राशि स्वीकृत करने और उद्यमिता प्रशिक्षण, स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिये ग्रामीण हाट और बाजार के लिये अनुदान पर विचार किया जा सकेगा। तेजस्वनी परियोजना में स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने के लिये दोनों संगठन नई वित्तीय व्यवस्था जैसे कि स्व-सहायता समूहों के सदस्यों को बैंक सखी, ई-शक्ति परियोजना के माध्यम से समूहों के रिकार्ड डिजिटाइजेशन आदि की शुरूआत की पहल कर सकेंगे।