महाकाल भक्तों एवं भजन मंडल से सार्वजनिक माफी मांग खेद व्यक्त करे जिला प्रशासन
उज्जैन @ महाकाल सवारी को भजन मंडलियों के आगे तथा समय से जल्दी महाकाल मंदिर पहुंचाकर धार्मिक परंपराओं के ज्ञान के अभाव और सनातन धर्म को नहीं मानने वाले जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने बाबा महाकाल की सवारी में 50 वर्ष से अधिक समय से चली आ रही परंपरा को तोड़ा गया। भजन मंडलियां जो स्वयं अपनी व्यवस्था बनाते हुए पालकी के आगे चलते हैं उन्हें तथा अनेक श्रध्दालुओं को धक्के दिये। यहां तक की जनप्रतिनिधियों को भी सार्वजनिक रूप से धक्के देकर बेइज्जती की गई।
उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता रवि राय ने कहा कि उक्त दुखद घटना की जांच शासन को करना चाहिये तथा दोषी अधिकारियों के विरूध्द कार्यवाही करें। साथ ही जिला प्रशासन इस घटना के एि सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करें। रवि राय के अनुसार झांझ मंजीरे, डमरू, शंख बजाकर भगवान की स्तुति, ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए चलने वाली भजन मंडलियां आगे चलकर बाबा महाकाल के आने का संदेश देती हैं। उन्हें धकेलकर बाबा की सवारी को आगे निकाला गया तथा श्रध्दालुओं को भी धक्के मारे। जिला प्रशासन का कर्तव्य है कि श्रध्दालुओं से नम्रतापूर्वक व्यवहार करे परंतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का व्यवहार श्रध्दालुओं से अपराधी जैसा है जो सर्वथा निंदनीय है।