राज्य बीमारी सहायता निधि से कैंसर, हृदय रोग व गुर्दा प्रत्यारोपण जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज करवाया जा सकता है
उज्जैन । मध्य प्रदेश राज्य के मूल निवासी एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के सदस्य राज्य बीमारी सहायता योजना के अन्तर्गत चिन्हित की गई 21 गंभीर जीवन घातक बीमारी से पीड़ित होने पर 25 हजार रूपये से लेकर दो लाख रूपये तक का उपचार करवा सकते हैं। राज्य बीमारी सहायता निधि के सभी प्रकरण जिला स्तर पर गठित समिति की अनुशंसा पर कलेक्टर के अनुमोदन के उपरान्त स्वीकृत किये जाते हैं। योजना का लाभ लेने के लिये निकट के शासकीय चिकित्सालय में सम्पर्क किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य बीमारी सहायता के अन्तर्गत चिन्हित 21 बीमारियां इस प्रकार हैं- कैंसर रोग, हृदय शल्य चिकित्सा, गुर्दा प्रत्यारोपण, घुटना बदलना, कूल्हा बदलना, थोरेसिक सर्जरी, सिर की चोंट, स्पाईन सर्जरी, रेटिना डिटेचमेंट, प्रसवोत्तर जटिलताएं, ब्रेन सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, एमडीआर के प्रकरण, पेसमेकर, वास्कूलर सर्जरी, कंजेंटेनल मेल फार्मेशन, एप्लॉस्टिक एनीमिया, बर्न एवं पोस्टबर्न कंट्रक्टर, क्रॉनिक रिनल डिसिजेस, स्वाईन फ्लू व बांझपन शामिल हैं।
योजना अन्तर्गत चिन्हित बीमारियों के उपचार पर होने वाले व्यय के पैकेज
राज्य बीमारी सहायता निधि के अन्तर्गत चिन्हित 21 बीमारियों के पैकेज राज्य शासन द्वारा निर्धारित कर दिये गये हैं। इनमें कैंसर रोग के लिये शासकीय चिकित्सालय में एवं निजी चिकित्सालय में 25 हजार से अधिकतम दो लाख रूपये तक, कार्डिक सर्जरी में 8500 रूपये से लेकर 97 हजार रूपये तक, बायपास सर्जरी के लिये एक लाख रूपये, एएसई के लिये 80 हजार रूपये, कॉम्प्लेक्स कंजेंटेनल हार्ट के लिये 90 हजार रूपये, दो वॉल रिप्लेसमेंट के लिये एक लाख 65 हजार रूपये, पेसमेकर इम्प्लांट के लिये 55 हजार रूपये, गुर्दा प्रत्यारोपण के लिये एक लाख 50 हजार रूपये तथा इसी की दवाई के लिये 50 हजार रूपये, घुटना बदलने के लिये एक घुटने के लिये 99 हजार रूपये, कूल्हा बदलने के लिये एक कूल्हे के लिये 81 हजार रूपये निर्धारित हैं। इसी तरह थोरोसिक सर्जरी, सिर की चोंटें, रेटिनल डिटेचमेंट, स्पाईन सर्जरी, प्रसवोत्तर जटिलताएं, ब्रेन सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, एडीआर, पेसमेकर, वेस्कूलर सर्जरी, एप्प्लास्टि एनीमिया, बर्न एण्ड पोस्टबर्न कंडक्टर, क्रॉनिक रिनल डिसिजेस के लिये प्राक्कलन अनुसार निर्धारित अधिकतम राशि के अन्दर धनराशि स्वीकृत की जाती है। स्वाईन फ्लू ‘सी’ कैटेगरी के लिये 80 हजार रूपये निर्धारित किये गये हैं।
कैंसर रोग के उपचार के लिये होने वाले व्यय के पैकेज में कैंसर मायलॉयड लुकेमिया के लिये दो लाख रूपये, कैंसर ब्लड एएलएल के लिये डेढ़ लाख रूपये, कैंसर लुकेमिया सीएमएल के लिये डेढ़ लाख रूपये, कैंसर एक्यूट मायलाइड के लिये दो लाख रूपये, कैंसर ब्रेन ट्यूमर के लिये 50 हजार से दो लाख रूपये तक, ब्रेस्ट कैंसर के लिये 50 लाख से एक लाख रूपये तक, गॉल ब्लेडर के कैंसर के लिये 45 हजार से 75 हजार रूपये, ओव्हरी कैंसर के लिये एक लाख रूपये, सार्कोमा कैंसर के लिये एक लाख रूपये, यूरीनरी ब्लेडर कैंसर के लिये 75 हजार रूपये की राशि निर्धारित की गई है। निर्धारित सीमा में प्राक्कलन अनुसार राशि की स्वीकृति जिला स्तरीय समिति द्वारा दी जाती है।
राज्य बीमारी सहायता निधि अन्तर्गत मान्यता प्राप्त चिकित्सालय
वर्ष 2016 में जारी की गई सूची के अनुसार प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय इस सूची में शामिल किये गये हैं। इनके अलावा प्रदेश के 49 निजी चिकित्सालय इसमें शामिल हैं। निजी चिकित्सालयों की सूची इस प्रकार है- भोपाल शहर के चिरायू मेडिकल कॉलेज, जवाहरलाल नेहरू कैंसर हॉस्पिटल, भोपाल फ्रेक्चर हॉस्पिटल, एलबीएस अस्पताल, नोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, बंसल हॉस्पिटल, रेडक्रॉस हॉस्पिटल, स्वामी विवेकानन्द रिजनल स्पाईन सेन्टर, नवोदय हॉस्पिटल, मेयो हॉस्पिटल, नर्मदा ट्रामा सेन्टर, सीमान्स कोहेफिजा हॉस्पिटल, जेके हॉस्पिटल एण्ड मेडिकल कॉलेज, भोपाल केयर हॉस्पिटल, हजेला हॉस्पिटल, चिरायू हेल्थ केयर प्रालि, शल्य जॉइन्ट केयर सेन्टर, सिद्धान्ता रेडक्रॉस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मोहनलाल हरगोविंददास चेरिटेबल ट्रस्ट, इन्दौर शहर के कंविनिएंट हॉस्पिटल, सीएचएल हॉस्पिटल, बॉम्बे हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल, सिनर्जी हॉस्पिटल, टी चोईथराम हॉस्पिटल, भण्डारी हॉस्पिटल, मेदान्ता हॉस्पिटल, जबलपुर शहर के नेशनल हॉस्पिटल, मेट्रो हॉस्पिटल एण्ड कैंसर रिसर्च, अनन्त इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, बॉम्बे हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, दुबे सर्जिकल एण्ड डेंटल हॉस्पिटल, संजीवनी अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र, पाण्डे हॉस्पिटल, सिटी हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, जबलपुर हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, सेठ मन्नूलाल जगन्नाथदास रिसर्च सेन्टर, आशीष हॉस्पिटल, इन्फिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट, आदित्य सुपर स्पेशलिटी एण्ड ट्रामा सेन्टर, एसएमजे ट्रस्ट शेल्बी हॉस्पिटल, ग्वालियर शहर के बीआईएमआर व कैंसर चिकित्सालय, बैतूल का पाडरा हॉस्पिटल, सतना का एमपी बिड़ला हॉस्पिटल शामिल हैं।
राज्य बीमारी सहायता निधि अन्तर्गत राज्य के बाहर मान्यता प्राप्त चिकित्सालय
राज्य बीमारी सहायता निधि के अन्तर्गत मध्य प्रदेश शासन द्वारा राज्य के बाहर मान्यता प्राप्त सूची में कुल 33 चिकित्सालयों को शामिल किया गया है। इनके नाम इस प्रकार हैं- नईदिल्ली के एम्स, जीबी पन्त चिकित्सालय, एलएनटीपी चिकित्सालय, नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट, मुम्बई के केईएम अस्पताल, जसलोक, बीव्हायएल नायर, टाटा मेमोरियल, नानावटी, चैन्नई के अपोलो हॉस्पिटल, शंकर नेत्रालय, हैदराबाद के निजाम इंस्टिट्यूट, यशोदा हॉस्पिटल, नागपुर के कोलंबिया कैंसर हॉस्पिटल, सेन्ट्रल एवेन्यू क्रिटिकल केयर, क्रिसेंट हॉस्पिटल, केयर हॉस्पिटल, अर्नेजा इंस्टिट्यूट ऑफ कॉर्डियोलॉजी, सेन्ट्रल इण्डिया इंस्टिट्यूट ऑफ हेमोटोनोलॉजी, वाराणसी का बीएचयू, वैल्लोर का सीएमसी, लखनऊ का एसजीपीजीआई, बरमपुर का साउदर्न रेलवे चिकित्सालय, चंडीगढ़ का पीजीआई, त्रिवेंद्रम का श्रीचित्रा, बैंगलोर का लिंभास हॉस्पिटल, बडौदा का बेकर्स हार्ट इंस्टिट्यूट, वेलकेयर हॉस्पिटल, गुड़गांव का श्योरटेक हॉस्पिटल तथा मेदान्ता द मेडिसिटी एवं जलगांव का डॉ.उल्हास पाटिल मेडिकल कॉलेज शामिल है।