पालकी में विराजित होकर श्री चन्द्रमौलेश्वर ने भक्तों को दिये दर्शन राजाधिराज ने किया उज्जयिनी का भ्रमण
सवारी में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान
महाकाल को पुष्प अर्पित कर दर्शन लाभ लिया
उज्जैन । शिव की नगरी शिवमय हुई। चारों ओर भगवान शिव के गुणगान हो रहे है। सवारी में हजारों भक्त शिवमय होकर भगवान महाकाल की आराधना करते हुए दिखाई दिये। सवारी में भक्तों के द्वारा झांझ मंजीरे, डमरू, ढोल आदि वाद्य बजाते हुए शिव के गुणगान करते हुए साथ चल रहे थे। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में सवार होकर उज्जयिनी का भ्रमण कर अपनी प्रजा को दर्शन दिये। भगवान श्री महाकाल का मंदिर के सभा मंडप में विधिवत पूजन-अर्चन करने के बाद अपने निर्धारित समय पर पालकी में विराजित श्री चन्द्रमौलेश्वर नगर भ्रमण पर निकले। भगवान महाकाल की पालकी नगर भ्रमण रवाना होने के पूर्व श्री माखनसिंह, संभागायुक्त श्री एम.बी.ओझा, ए.डी.जी.पी. श्री व्ही.मधुकुमार, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह वर्मा पूजन-अर्चन में शामिल हुए और पालकी को कांधा देकर नगर भ्रमण की और रवाना किया। विधिवत पूजन-अर्चन पं.घनश्याम पुजारी ने सम्पन्न कराई। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने भगवान श्री महाकाल को सलामी देने के बाद पालकी नगर भ्रमण की ओर रवाना हुई।
श्री महाकालेश्वर की सवारी श्री महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची। रामघाट पर भगवान चन्द्रमौलेश्वर का मां शिप्रा के जल से अभिषेक कर पूजा-अर्चना की गई। पूजन-अर्चन के बाद भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से रामानुज कोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर पंहुची। जहां परंपरानुसार सिंधिया स्टेट की ओर से गोपाल मंदिर के पुजारी के द्वारा भगवान श्री महाकाल का पूजन किया गया। इसके पश्चात सवारी गोपाल मंदिर से पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होती हुई पुनः अपने निर्धारित समय पर श्री महाकाल मंदिर पहुंची।
श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी मार्ग में हजारों श्रद्धालु भक्तिमय होकर भगवान महाकाल के जयकारों की गूंज सुनाई देती रही। सवारी के साथ म.प्र.जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री महेश परमार, उपाध्यक्ष श्री भरत पोरवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक, श्रद्धालुगण तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक आदि प्रशासनिक अधिकारी सवारी के साथ चल रहे थे। प्रशासन के आला अधिकारी सवारी मार्ग में व्यवस्थाओं का सतत मुआयना कर व्यवस्था करने में अपनी महत्ती भूमिका अदा कर रहे थे।
श्री महाकालेश्वर भगवान की तीसरी सवारी 24 जुलाई सोमवार को निकाली जावेगी। जिसमें पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर एवं हाथी पर श्री मनमहेश तथा गरूड रथ पर श्री शिव तांडव विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
मुख्यमंत्री के माता-पिता एवं उनकी धर्मपत्नि ने किये महाकाल के दर्शन
श्रावण माह के दूसरे सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के माता-पिता तथा उनकी धर्मपत्नि श्रीमती साधना सिंह ने भी गर्भगृह में भगवान महाकाल के दर्शन एवं अभिषेक पूजन किया। पूजा-अर्चना पुजारी प्रदीप गुरू ने संपन्न कराई। नंदी हॉल में श्रीमती साधना सिंह का मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रशासक श्री एस.एस.रावत ने दुपट्टा एवं प्रसाद भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री एम.बी.ओझा, ए.डी.जी.पी. श्री व्ही. मधुकुमार, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे आदि उपस्थित थे।