आचार्यश्रीकी अगुवाई में महाप्रदक्षिणा पर निकले अनुयायी
उज्जैन @ खाराकुआ स्थित श्री हीरविजय सूरिश्वर मंदिर में जारी चातुर्मासिक आराधना के अंतर्गत रविवार सुबह 9 बजे गच्छाधिपति आचार्य दौलतसागर सूरिश्वरजी की प्रेरणा व आचार्य नंदीवर्धन सागरजी व आचार्य हर्षसागर महाराज की निश्रा में महाप्रदक्षिणा यात्रा निकली। बैंड बाजों के साथ समाजजनों ने छोटा सराफा, नमकमंडी व खाराकुआ क्षेत्र के 8 जिनालयों में प्रदक्षिणा कर देववंदन किया। सभी मंदिरों में भगवान के उपयोग में आने वाली वस्तुएं भेंट की गई।
चातुर्मास संयोजक लालचंद राका व ट्रस्ट के राजेन्द्र पालरेचा के अनुसार चातुर्मास अंतर्गत पहली बार प्रदक्षिणा यात्रा निकाली गई। शांतिनाथ जैन मंदिर, वासुपूज्य मंदिर, ज्ञान मंदिर नमकमंडी, श्री सिध्दचक्र केसरियानाथ महातीर्थ, चिंतामणि पाश्र्वनाथ मंदिर होते हुए यात्रा बड़ा उपाश्रय मंदिर पहुंची। यहां आचार्यश्री ने मांगलिक श्रवण कराते हुए समाजजनों को प्रभु की प्रदक्षिणा का महत्व बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति नित्य प्रभु के दर्शन व प्रदक्षिणा करता है उसे अनंतफलों की प्राप्ति होती है और सांसारिक कषायों से मुक्ति मिलती है। यात्रा अंतर्गत विभिन्न सेवाओं का लाभ सीमाबेन अनिल गादिया, कोमलबेन विजयकुमार पटनी, बागमल गंधी, महेन्द्रकुमार सिरोलिया, जयंतीलाल पारसमल हरणिया, कोमलचंद अभिषेक नारेलिया आदि ने लिया। सभा का संचालन राजेश पटनी ने किया एवं आभार ट्रस्ट अध्यक्ष विमल पगरिया ने माना। रविवार के दिन छठे आगम ले जाने का लाभ दिलीपकुमार दुग्गड़ कालूहेड़ावाले ने लिया। यात्रा में राकेश नाहटा, राजेन्द्र बांठिया, अनिल कंकरेचा, दिलीप ओरा, दिप्तेश रांका, कनकमल खाब्या, पारस मारू, अभय जैन भय्या, राहुल कटारिया, मोनू जैन, पारूल नाहर, दिनेश सोलंकी सहित बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। सोमवार सुबह 9.15 से 10.30 तक आचार्यश्री द्वारा छठे आगम का वाचन किया जाएगा।