श्रावण मास के दौरान महाकाल मन्दिर में दर्शन व्यवस्था
उज्जैन । श्रावण मास के दौरान महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन व्यवस्था तथा अन्य बिन्दुओं पर एक बैठक विगत दिनों आयोजित की गई। बैठक में इस सम्बन्ध में कई निर्णय लिये गये। बैठक कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति श्री संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में बताया गया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्रावण मास के दौरान आगामी 14 अगस्त तक प्रत्येक सोमवार को महाकालेश्वर के पट प्रात:काल 2.30 बजे खुलेंगे। शेष दिवसों में प्रात: 3 बजे खुलेंगे एवं रात्रि 11 बजे शयन आरती के उपरान्त बन्द कर दिये जायेंगे। पट बन्द होने के उपरान्त सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
बताया गया कि श्रावण मास के दौरान दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं के लिये जो व्यवस्था प्रस्तावित की गई, उसके तहत सामान्य दर्शनार्थी को शहनाई गेट झिकझेक में प्रवेश कर झिकझेक होते हुए फूलमाला दुकानों के बीच से कॉरीडोर के ऊपरी छत पर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जायेगा। कॉरीडोर की ऊपरी छत से सीढ़ियों से उतरकर जूता स्टेण्ड में जूते रखने के उपरान्त श्रद्धालु फेसेलिटेशन सेन्टर के पश्चिमी द्वार से प्रवेश कर कॉरीडोर के झिकझेक से होते हुए दाहिनी ओर के बैरिकेट से मार्बल गलियारे के बाद सभा मण्डप एवं गर्भगृह प्रवेश होने पर चांदी द्वार से गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। दर्शन उपरान्त से निर्गम रैम्प निर्गम द्वार परिसर तत्पश्चात मुख्य निर्गम द्वार से बाहर आयेंगे। गर्भगृह प्रवेश बन्द होने के दौरान सभा मण्डप से नन्दीहॉल बैरिकेट से दर्शन कर निर्गमित होंगे। निर्माल्य द्वार के पास जूता स्टेण्ड से जूते वापस प्राप्त करेंगे।
शीघ्र दर्शन प्रवेश टिकिटधारी श्रद्धालु पुलिस चौकी प्रवेश मार्ग से प्रवेश कर विश्रामधाम होते हुए सभा मण्डप एवं गर्भगृह प्रवेश होने पर चांदी द्वार से गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। दर्शन उपरान्त नन्दी हॉल से निर्गम रैम्प, निर्गम द्वार परिसर तत्पश्चात मुख्य निर्गम द्वार से बाहर आयेंगे। गर्भगृह प्रवेश बन्द होने के दौरान सभा मण्डप से नन्दीहॉल, बैरिकेट्स से दर्शन कर निर्गमित होंगे। विशिष्टजनों हेतु भी यही मार्ग दर्शनार्थ रखा जायेगा तथा निर्माल्य द्वार के पास जूता स्टेण्ड से जूते वापस प्राप्त करेंगे। दिव्यांग एवं अतिवृद्ध व्यक्तियों के लिये दर्शन मार्ग शीघ्र दर्शन मार्ग की भांति रहेगा।
कावड़ यात्रियों को प्रवेश भस्म आरती द्वार से दिया जायेगा। जो विश्रामधाम रैम्प से होकर सभा मण्डप तत्पश्चात सभा मण्डप एवं गर्भगृह प्रवेश होने पर चांदी द्वार से गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। दर्शन उपरान्त नन्दीहॉल से निर्गम रैम्प निर्गम द्वार परिसर तत्पश्चात मुख्य निर्गम द्वार से बाहर आयेंगे। गर्भगृह प्रवेश बन्द होने के दौरान सभा मण्डप में बने हुए जलपात्रों में जल चढ़ाकर नन्दीहॉल बैरिकेट्स से दर्शन कर निर्गमित होंगे। नियमित दर्शनार्थी प्रात: 6 बजे से 9 बजे एवं शाम 7 से 9 बजे तक पुलिस चौकी प्रवेश मार्ग से प्रवेश करेंगे। सम्पूर्ण श्रावण मास में महाकाल के आसपास का क्षेत्र नोव्हीकल झोन होगा। महाकाल चौराहा, महाकाल थाना, हरसिद्धि चौराहा, माधव सेवा न्यास के पीछे तिराहा एवं बेगमबाग के रास्ते से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जायेगा। श्रावण मास में महाकाल के आसपास का क्षेत्र जिसे नोव्हीकल झोन किया गया है, उसमें किसी भी प्रकार के भण्डारे आदि की अनुमति नहीं दी जायेगी।