निगमायुक्त को सौंपा निगम में अव्यवस्थाओं का पुलिंदा
कांग्रेस पार्षद दल ने नवागत निगमायुक्त को बताई अव्यवस्थाएं-दी अधूरी घोषणाओं की लिस्ट
उज्जैन। नगर निगम में व्याप्त अव्यवस्थाओं के अंबार संबंध में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद दल ने मंगलवार को नवागत निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नदी का गंदा पानी पिलाने, वित्तीय वर्ष के निर्माण कार्य स्वीकृत नहीं होने, क्षिप्रा नर्मदा लिंक होने और खान नदी डायवर्ट करने के बाद भी शहरवासियों को पीला एवं गंदा पानी पिलाने जैसे मुद्दों से निगमायुक्त को अवगत कराया और इन समस्याओं को दूर करने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ ने निगमायुक्त से कहा कि खान नदी का पानी क्षिप्रा में मिलने से स्थाई रूप से रोका जाए तथा नर्मदा का पानी क्षिप्रा में प्रवाहित कर शहर में जलप्रदाय किया जाए। स्मार्ट सिटी के नाम पर 24 घंटे पीने के पानी की योजना है किंतु कई बस्तियों में आज भी पीने का पानी नहीं है। तापी कंपनी पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी काम अधूरे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में महिनों बीतने के बाद भी हितग्राहियों को दूसरी किश्त नहीं मिली। जवाहरलाल शहरी नवीनीकरण योजना के अंतर्गत करोड़ों खर्च होने के बाद भी गरीबों के लिए मकान की योजना अधूरी है। महाकाल सवारी मार्ग का चैड़ीकरण हुआ लेकिन प्रभावितों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया। सफाई के नाम पर शहर देश में 12वें स्थान पर है जबकि वास्तविकता में सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार चरम पर है। ग्लोबल कंपनी को ठेका दिया गया लेकिन नियम एवं शर्तों के अनुरूप काम नहीं हो रहा। इस तरह की अनियमितताओं का पुलिंदा राजेन्द्र वशिष्ठ के साथ पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, मीना जितेन्द्र तिलकर, ताराबाई मालवीय, रेखा सुरेश गेहलोत, प्रमीला मीणा, हेमलता राजेन्द्र कुवाल, गुलनाज खान, हिम्मतलाल देवड़ा, रहीम लाला, सपना सांखला, जफर एहमद सिद्दीकी, आत्माराम मालवीय आदि ने निगमायुक्त को सौंपा। साथ ही देवासगेट पर बस टर्मिनल और कमर्शियल काॅम्पलेक्स निर्माण, गोमीत कुंड सफाई, इंदिरा नगर में स्वीमिंग पुल, सामाजिक न्याय परिसर में आॅडिटोरियम सहित 13 घोषणाओं की लिस्ट सौंपी जो आज तक पूरी नहीं हुई।