गुरुजनों का हुआ सम्मान,मिला आशीर्वाद
उज्जैन @ गुरु और शिष्य के प्रेम और शिष्य की पूर्णता के पर्व गुरुपूर्णिमा पर शिष्यों द्वारा अपने गुरुजनों के सम्मान का सिलसिला थमा नहीं है। संस्थाओं के द्वारा गुरुजनों के सम्मान को अब मंचों से उठाकर समाज के मध्य गुरुओं के घर आँगन तक ले जाकर पूर्णता दी जा रही है।
गुरुपूर्णिमा पर्व पर गुरुओं के सम्मान का सिलसिला अनवरत बना हुआ है। इसी कड़ी में सामाजिक संस्था केशव लीला एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी ने घर आँगन कला गुरु सम्मान की परंपरा को इस वर्ष भी जारी रखा और संस्था द्वारा नृत्य, कला और लेखन के क्षेत्र में जुड़े गुरुओं का सम्मान किया गया। घर आँगन कला गुरु सम्मान के अंतर्गत इस वर्ष व्यंगकार शिव शर्मा , वायलिन वादक अब्दुल हामिद लतीफ़,नृत्य में अंजना चौहान,गायन में तृप्ति नागर, मुरिकार चंद्रशेखर कुरील के साथ पाश्चात्य नृत्य में करण खांडेकर का सम्मान किया गया।
सम्मान समारोह का प्रारम्भ कालिदास अकादमी से हुआ जहां संस्था के पदाधिकारियों और कला जगत से जुड़े कलाकारों ने कविकुल गुरु कालिदास की प्रतिमा का पूजन कर कार्यक्रम की शुरुवात की। इसके बाद केशव लीला के पदाधिकारियों और कलाकारों ने गुरुजनों का सम्मान उनके ही घर जाकर किया। संस्था ने इस वर्ष एक नई परिपाटी की शुरुवात करते हुए वृक्ष बचाओ-वृक्ष बढाओ के अंतर्गत गुरुओं को एक एक पौधा भी भेंट किया गया।
केशव लीला एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के डायरेक्टर गौरव दाभाडे ने बताया की जिस तरह हम ये हमेशा ही चाहते है की हमारा और हमारे घर परिवार और समाज का जीवन उन्नत रहे, स्वस्थ रहे इसलिए इस कार्यक्रम के माध्यम से अपने गुरुओं को सम्मान में एक एक पोधा भेंट कर उनके माध्यम से ये बताना चाहते है की जैसे हमारे गुरुओं के ज्ञान ने इस समाज और हमको जीवन में दिशा दी है उसी तरह ये पोधे भी वृक्ष बनकर हज़ारो लोगो को जीवन दान दे सके और पर्यावरण स्वच्छ बनाये रखे। यही प्रयास हम सभी को करना है।