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महाकाल मंदिर में होने वाली संध्या आरती एवं शयन आरती का भी व्यापक प्रचार-प्रसार हो


 

कलेक्टर ने पुजारी एवं पुरोहितों की बैठक ली

          उज्जैन । कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री संकेत भोंडवे ने प्रशासक कार्यालय में महाकाल मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों की बैठक लेकर कहा कि आम श्रद्धालुओं को श्रावण माह में आसानी से भगवान महाकाल के दर्शन हो इसके लिए प्रषासन की व्यवस्थाओं में सहयोग प्रदान किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि जिस प्रकार से मंदिर में काम करने वाले सेवकों का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत बीमा कराया है, उसी तरह समस्त पुजारी एवं पुरोहित भी बीमा करायें। बीमा की प्रीमियम मंदिर प्रबंध समिति वहन करेगी। उन्होंने बैठक में समस्त पुजारियों एवं पुरोहितों से आग्रह किया कि महाकाल मंदिर में विष्व प्रसिद्ध भगवान महाकाल की भस्मार्ती की तरह महाकाल की संध्या एवं शयन आरती का भी अपने यजमानों में प्रचारित किया जाये और यह बताया जाये कि ये दोनों आरती भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी भस्मार्ती।

        कलेक्टर ने बैठक में अवगत कराया कि आने वाले समय मंदिर एवं मंदिर के आस-पास जैसे रूद्रसागर आदि के विकास के लिए करोड़ों रूपये खर्च किये जायेंगे। मंदिर में दिनों दिन भक्तों की भीड में वृद्धि होने के कारण समय-समय पर व्यवस्थाओं में पारंपरिक व्यवस्था को छोडकर बदलाव किये जायेंगे। इस कार्य में सबका सहयोग अपेक्षित है। कलेक्टर ने पुजारी एवं पुरोहितों की प्रषांसा करते हुए कहा कि मंदिर के विकास में सर्वाधिक योगदान आपके यजमानों के द्वारा दिये गये दान से ही संभव हो सका है। दानदाता के सम्मान में वृद्धि मंदिर प्रबंध समिति की ओर से की जायेगी। कलेक्टर ने प्रषासक को निर्देष दिये है कि मंदिर की व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की बाधा न आये और मंदिर की बेहतर व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संपादित की जायें। कलेक्टर ने बताया कि प्रषासक को मंदिर की व्यवस्थाओं के लिए एक लाख रूपये खर्च करने तक का अधिकार दिया है। कलेक्टर ने कहा कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी दीवालों पर चांदी की प्रतिदिन सफाई की जाये ताकि गर्भगृह की रजत जडित दीवालें चमकती रहें। 

     बैठक में पुजारी प्रदीप गुरू ने व्यवस्थाओं के संबंध में अपने महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे से अनुरोध किया कि जिस प्रकार से मध्यप्रदेष सरकार इंदौर में उद्योगपतियों की समिट आयोजित कर उद्योगों के लिए बढावा दिया जाता है ठीक उसी तरह उज्जैयिनी नगरी धार्मिक एवं पर्यटन के उद्देश्य से दानदाताओं की धार्मिक समिट उज्जैन में आयोजित की जाये ताकि उज्जैन शहर में महाकाल मंदिर एवं शहर का विकास होने में मदद हो सकेगी। उन्होंने उदहारण देते हुए कलेक्टर से कहा कि जिस प्रकार राजस्थान प्रान्त का जयपुर शहर किसी समय खण्डहरों का शहर था और आज वर्तमान में पर्यटक के हिसाब से ज्यादा महत्वपूर्ण हो चुका है। बैठक में संजय पुजारी, सत्यनारायण पुरोहित, महेष पुजारी आदि ने भी अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव कलेक्टर के समक्ष रखे। कलेक्टर ने सुझावों का आवश्यकतानुसार मंदिर प्रबंध समिति से पालन कराया जावेगा। बैठक में पुजारी, पुरोहितों ने अभिषेक काउन्टरों की संख्या में वृद्धि करने की मांग की । कलेक्टर ने इस संबंध में प्रशासक को आवष्यक दिष निर्देष दिये। बैठक में प्रबंध समिति में पुजारी एवं पुरोहितों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए इसका भी मांग की।

       कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने प्रषासक श्री एस.एस. रावत को निर्देश दिये कि महाकाल भगवान की सवारी में पालकी उठाने वाले कहारों के आधार कार्ड, बैंक का खाता नम्बर मंगवाये जायें और इनका पुलिस चरित्र सत्यापन एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाना सुनिष्चित किया जाये। कलेक्टर ने प्रशासक को निर्देशित किया कि पालकी उठाने वाले कहारों को निर्देश दिया जाये कि पालकी को किसी भी व्यक्ति के कहने पर सवारी मार्ग में रोकी न जाये। इस संबंध में कहारों की 8 जुलाई को अपरान्ह्ः 3 बजे बैठक आयोजित की जाये। कलेक्टर ने महाकाल मंदिर एवं सवारी में लगाई जाने वाली ड्यूटी देने वाले अधिकारी, कर्मचारी का आचरण नियमों के अनुसार कडाई से पालन किया जाना सुनिष्चित करें। 

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