मां बच्चों को जहर नहीं दे सकती तो फिर कुरकुरे क्यों खिलाती हो- खंडेलवाल
माधव सेवा न्यास में कुपोषण से सुपोषण के 21 दिवसीय आयुर्वेद उपचार शिविर का शुभारंभ
उज्जैन। कोई मां अपने बच्चों को जहर दे सकती है क्या, फिर कुरकुरे और चिप्स बच्चों को क्यों खिलाती हो। स्वयं भी स्वस्थ आहार लो और अपने बच्चों को भी स्वस्थ आहार दो।
उक्त बात पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समिति एवं माधव सेवा न्यास के संयुक्त तत्वावधान में कुपोषण से सुपोषण के 21 दिवसीय आयुर्वेदक उपचार शिविर के शुभारंभ अवसर पर संयोजक किशोर खंडेलवाल ने कही। माधव सेवा न्यास अध्यक्ष गिरीश भालेराव के अनुसार बुधवार से न्यास परिसर में कुपोषण से सुपोषण आयुर्वेदिक शिविर प्रारंभ हुआ जो प्रातः 9 से दोपहर 1 बजे तक आगामी 21 दिनों तक चलेगा। शिविर का शुभारंभ बुधवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समिति के संयोजक किशोर खंडेलवाल, माधव सेवा न्यास अध्यक्ष गिरीश भालेराव, कोषाध्यक्ष विजय केवलिया ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
3 वर्ष से कम आयु के बच्चे माता-पिता के साथ उपस्ािित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किशोर खंडेलवाल ने कहा यह अभियान सरकार का या सरकारी अनुदान से नहीं बल्कि समाज के सहयोग से बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए चलाया जा रहा है। आगामी 21 दिनों तक इस शिविर को चलाया जाएगा जिसमें प्रति बच्चे पर 1 हजार रूपये खर्च आएगा वह भी समिति एवं न्यास द्वारा वहन किया जाएगा। आपको सिर्फ अपने बच्चे को यहां लाना है और उसके उत्तम स्वास्थ्य की चिंता करनी है। गिरीश भालेराव ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ही कुपोषण का कारण बनती है। हम बच्चे को आवश्यक खाद्य पदार्थ नहीं खिलाते बल्कि हानिकारक बाजारू चीजें खिलाते हैं जो कुपोषण जैसी जानलेवा बीमारी की जनक होती हैं। विजय केवलिया ने माता-पिता को बच्चे के साथ 21 दिनों तक उपस्थित रहने हेतु प्रोत्साहित करते हुए नियमित दिनचर्या, अनुशासन के पालन तथा पौष्टिक आहार देने का आग्रह किया। शिविर में 50 से अधिक बच्चों की मालिश की गई एवं उन्हें कुपोषण से सुपोषण देने हेतु उपयुक्त आहार दिया गया।