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वृक्षों का स्वभाव भगवान जैसा- अवधेशपुरी महाराज



उज्जैन। वृक्षों का स्वभाव भगवान के जैसा है जिस प्रकार भगवान शिव ने अमृत को देवताओं में बांटकर विष को स्वयं पिया था। उसी प्रकार वृक्ष भी आॅक्सीजन को मानवता के कल्याण के लिए बांटकर कार्बन डाईआॅक्साईड को स्वयं ग्रहण कर लेते हैं। पौधारोपण मानवता के कल्याण के लिए सर्वश्रेष्ठ उपहार है।
यह बात परमहंस डाॅ. अवधेशपुरी महाराज ने सिध्द आश्रम में पौधारोपण कार्यक्रम के अवसर पर कही। अवधेशपुरी महाराज के मार्गदर्शन में संतों ने क्षिप्रा तट स्थित सिध्द आश्रम में पौधारोपण किया। इस अवसर पर स्वामी नारदानंद, संत राधेबाबा, स्वामी प्रज्ञानंद, स्वामी प्रणवानंद, स्वामी कमलेश ब्रह्मचारी, इस्काॅन के पं. राघवदास सहित विदेशी संत भी शामिल थे। अवधेशपुरी महाराज सिध्द आश्रम पर पौधारोपण के पश्चात मां नर्मदा के किनारे पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल होने नेमावर के लिए रवाना हो गए।

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