बरसात में जलजनित रोगों से बचाव के उपाय करने के निर्देश
उज्जैन | कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने स्वास्थ्य विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया है कि वर्षा ऋतु में वेक्टरबोर्न एवं जलजनित रोगों से बचाव के पुख्ता इंतजाम किये जायें। दो हजार से अधिक की जनसंख्या के ग्रामों में शुद्ध पेयजल के लिये दवाईयां वितरित की जायें। साथ ही नगरीय क्षेत्रों में निरन्तर गन्दे नालों की सफाई, टीफा मशीन से मच्छरों पर नियंत्रण एवं शुद्ध पेयजल की सप्लाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। कलेक्टर ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सभी गांवों में क्लोरीन की गोलियां एवं पोटेशियम परमैंगनेट की दवाई ग्राम पंचायत सचिवों को वितरित करने के निर्देश दिये हैं, जिससे पेयजल के शुद्धिकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जीआर, एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, नगर निगम अपर आयुक्त श्री विशाल सिंह चौहान एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में इन्द्रधनुष अभियान की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि आगामी सप्ताह में ग्रामीण क्षेत्र में भी टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरे किये जायें। बैठक में बताया गया कि नगरीय क्षेत्र में इन्द्रधनुष अभियान के तहत 98 प्रतिशत बच्चों का कव्हरेज किया जा चुका है तथा यह कार्य निरन्तर जारी है। इन्द्रधनुष अभियान के बारे में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि द्वारा भी बताया गया कि जिले में अच्छा कार्य हुआ है।
बैठक में समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि जहां-जहां भी प्याज का स्टाक है, उसका तुरन्त परिवहन किया जाये एवं व्यापारियों से चर्चा कर प्याज की बिक्री सुनिश्चित की जाये। बैठक में जानकारी दी गई कि अभी भी जिले में 30 हजार मैट्रिक टन प्याज विभिन्न गोडाउनों एवं मंडियों में भण्डारित है। कलेक्टर ने उक्त प्याज को सुरक्षित रखने एवं बारिश से बचाने के निर्देश दिये हैं।
सीएम हेल्पलाइन के शिकायतकर्ताओं से बात की गई
बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन 181 के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की तथा एल-1 एवं एल-4 पर प्रकरण अधिक पेंडिंग होने के कारण नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने लोक सेवा प्रबंधक श्री ओएस श्रीवास्तव से विभिन्न शिकायतकर्ताओं को फोन लगवाये एवं शिकायतकर्ताओं के उत्तर स्पीकर के माध्यम से बैठक में मौजूद अधिकारियों को सुनवाये। घट्टिया तहसील के एक आवेदक ने सीमांकन का प्रकरण पिछले दो वर्ष से निराकृत न होने की शिकायत दोहराई और कहा कि अभी तक उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। अन्य दो मामलों में शिकायतकर्ताओं ने प्राकृतिक प्रकोप के तहत स्वीकृत राशि मिल जाने पर संतोष व्यक्त किया।
कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि जिले में जो भी स्कूल जीर्ण-शीर्ण भवनों में लग रहे हैं, उन भवनों को तुरन्त अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थानान्तरित कर दिया जाये। इसी तरह के निर्देश उन्होंने आंगनवाड़ी के बारे में भी दिये हैं।