श्रावण-भादौ मास के रविवार शाम को ख्यात कलाकार रंगारंग प्रस्तुतियां देंगे
उज्जैन । श्रावण-भादौ मास में श्री महाकालेश्वर मन्दिर में चयनित ख्यात कलाकार तय तिथियों में आकर्षक प्रस्तुतियां देंगे। श्रावण मास के रविवार 16 जुलाई को पद्मभूषण श्री विश्वमोहन भट्ट द्वारा मोहनवीणा वादन एवं महन्त विजय रामदास द्वारा पखावज वादन प्रस्तुत किया जायेगा। इसी माह के रविवार 23 जुलाई को श्री धनन्जय जोशी द्वारा शास्त्रीय गायन, सुश्री तरूणा सिंह द्वारा शास्त्रीय नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी। माह के अन्तिम रविवार 30 जुलाई को सुश्री टी. लक्ष्मी रेड्डी एवं समूह द्वारा शास्त्रीय नृत्य और श्री उमेश भट्ट द्वारा शास्त्रीय गायन होगा।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं संयुक्त कलेक्टर श्री एसएस रावत ने यह जानकारी देते हुए अवगत कराया कि अगस्त माह के प्रथम रविवार 6 अगस्त को भरतनाट्यम नृत्यांगना सुश्री रमा वैद्यनायन एवं श्री अब्दुल हमीद शाह द्वारा वायलीन की प्रस्तुति देंगे। अगले रविवार 13 अगस्त को पद्मश्री देवयानी द्वारा शास्त्रीय नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति और पद्मश्री विजय घाटे समूह द्वारा तालवाद्य कचहरी की प्रस्तुति देंगे। श्रावण महोत्सव के अन्तिम रविवार 20 अगस्त को सुश्री कलापनी कोमकली द्वारा शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया जायेगा। इसी दिन शाम को श्री शुभेंदु राव द्वारा सितार वादन प्रस्तुत किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि कलाकारों के नामों के चयन के लिये चयन समिति का गठन किया गया था। समिति के द्वारा उक्त ख्यात कलाकारों के नामों का चयन किया गया है।
श्रावण-भादौ माह में 28 जुलाई को नागपंचमी पर्व मनाया जायेगा। श्रावण-भादौ माह में कुल सात सवारियां निकलेंगी। भगवान श्री महाकाल की प्रथम सवारी सोमवार 10 जुलाई, द्वितीय सवारी 17 जुलाई, तृतीय सवारी 24 जुलाई, चतुर्थ सवारी 31 जुलाई, पंचम सवारी 7 अगस्त, षष्ठम सवारी 14 अगस्त तथा प्रमुख शाही सवारी 21 अगस्त को निकाली जावेगी। भगवान महाकाल की सवारियां मंदिर के सभामंडप में पूजन-अर्चन पश्चात अपने निर्धारित समय सायं 4 बजे से नगर भ्रमण की ओर निकलेगी। रामघाट पर भगवान महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक एवं पूजन करने के बाद सवारी निर्धारित मार्गो से होते हुए पुनः महाकाल मंदिर आयेगी।