जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
जिहादियों द्वारा हनुमानजी की मूर्ति तोड़े जाने का विरोध
उज्जैन। जम्मू में जिहादियों द्वारा हनुमानजी की मूर्ति तोड़े जाने की अखिल भारतीय हिंदू महासभा तथा शिवसेना गौरक्षा न्यास द्वारा कड़ी भत्र्सना की गई है। महासभा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू सरकार लाचार है और महबूबा मुफ्ती की सरकार आतंकियों और जिहादियों के साथ जुगलबंदी कर रही है। इसका जीता जागता उदाहरण हाल ही में मस्जिद के बाहद ड्यूटी पर तैनात डीएसपी की हत्या भी है।
मनीषसिंह चैहान के अनुसार कश्मीर में आतंकवादी तथा जिहादीयों ने पहले हिन्दुओं के मन्दिरों की मूर्ती तथा बाद में मन्दिर तोडे है, यही घटना अब जम्मू में हो रही है, यह वहां के सरकार की असफलता ही है। जम्मू के त्रिकुटनगर के एक मंदिर में भगवान हनुमानजी की मूर्ती तोड़ी गई विरोध में आक्रोशित हिन्दुओं ने २२ जून को आन्दोलन किया और सुबह रास्ता रोको आन्दोलन किया। मनीषसिंह चैहान ने कहा कि प्रतिवर्ष अमरनाथ यात्रा से पूर्व जम्मू विभाग में कुछ धर्मांध दहशत का वातावरण निर्माण करते है। महबूबा मुफ्ती के राज में सरकार हिंदुओं को अपमानित कर रही है वहीं अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं बची है। ऐसे में यहां सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिये।