शनि अमावस्या पर उज्जैन में उमड़ा आस्था का सैलाब, हजारों श्रद्धालुओं ने किया नहान
ujjain : शनि अमावस्या पर आज उज्जैन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। देश भर से हजारों श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में स्नान किया और दान पुण्य कमाया। साथ ही त्रिवेणी स्थित प्राचीन नवग्रह शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं ने भगवान शनिदेव की आराधना की।
10 साल के बाद आषाढ़ मास में आज शनि अमावस्या का विशेष संयोग है। इस विशेष संयोग में पुण्य लाभ लेने के लिए हजारों की तादाद में देशभर के दूर दराज इलाकों से श्रद्धालु मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में स्नान करने के लिए उज्जैन पहुंचे। वैसे तो रात से ही बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रृद्धालुओं का उज्जैन में आगमन शुरू हो गया था। लेकिन रात 12 बजते ही शिप्रा के विभिन्न घाटों पर शनि अमावस्या का स्नान शुरू हो गया। हालांकि मुख्य पर्व स्नान शनिवार को सूर्योदय के बाद सुबह 6 बजे से ही घाट पर शुरू हुआ।
इंदौर रोड स्थित त्रिवेणी संगम पर नहान का विशेष महत्व है। आज शनि अमावस्या पर सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिप्रा नदी में आस्था की डूबकी लगाई। जिसके बाद श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया और पनौती के रूप में कपड़े, जूते-चप्पल छोड़े। श्रद्धालुओं ने संगम पर स्थित प्राचीन नवग्रह शनि मंदिर पर दर्शन कर पूजन किया और शनि भगवान को तेल, अनाज, धातू, कपड़े व अन्य सामाग्री अर्पित की। इसके साथ ही भगवान शनिदेव को खुश करने के लिए कई श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठान भी किए है।
जिला प्रशासन ने शनि अमावस्या पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए विशेष चाक-चौबंद के इंतजाम किए है। नहान के लिए घाटों पर फूव्वारे लगाए गए है। होमगार्ड ने पहली बार लोगों को पानी में डूबने से बचाने के लिए 80 फूट लंबा रस्सी का पूल बनाया है। साथ ही शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर 80 से ज्यादा तैराक तैनात किए है। 6 बोट भी शिप्रा नदी में चलाई जा रही है जो श्रद्धालुओं पर नजर रखेगी। कलेक्टर संकेत भोंडवे ने बोट में बैठकर घाटों का निरीक्षण किया।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि शनि अमावस्या पर नदी में स्नान, शनि पूजा व ब्राह्मणों को दान-पुण्य करने से कार्य सिद्धि व शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है। यह अमावस्या कई लोगों के लिए बेहद लाभकारी रहेगी। उनके सितारे चमक उठेंगे। कुंडली में जिन जातकों का शनि अनुकूल नहीं है। वे भी अमावस्या के लिए कुछ वैदिक उपायों के माध्यम से इस शुभ योग का अच्छा फायदा ले सकते है।
श्रद्धालुओं ने बताया कि शनि अमावस्या पर शिप्रा में नहान करने से पुण्य लाभ मिलता है। सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। ऐसे में अमावस्या शनिवार को आए तो उसका और भी महत्व् बढ़ जाता है। खासकर शनि अमावस्या पर भगवान शनिदेव अभयदान देते है। ऐसे में शनिदेव को खुश करने के लिए श्रद्धालु उनकी आराधना करते है।