संगीत को सुना नहीं जाता अनुभव किया जाता है- मंत्री श्री सारंग
उज्जैन । कालिदास संस्कृत अकादमी में बुधवार को विश्व संगीत दिवस के अवसर पर पहली बार उज्जैन शहर में कला का कुंभ आयोजित किया गया। इस आयोजन में शहर के सभी छोटे बड़े कलाकारों द्वारा संगीत की विभिन्न विधाओं पर आधारित प्रस्तुतियां दी गई। इनमें शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य व गायन से लेकर विभिन्न वाद्ययंत्रों द्वारा प्रस्तुति दी गई। इसका आयोजन प्रगति सामाजिक संस्थान द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री श्री विश्वास सांरग थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि संगीत को महज सुना नहीं जाता बल्कि अनुभव किया जाता है। यह मन और मस्तिष्क के द्वारा ग्रहण किया जाता है। आज विश्व योग दिवस के साथ-साथ विश्व संगीत दिवस भी है और इस अवसर पर उज्जैन में ये बहुत अभिनव प्रयास किया गया है। मंत्री श्री सारंग ने सभी कलाकारों और कार्यक्रम के आयोजकों को अपनी ओर से बधाई दी।
कार्यक्रम में बताया गया कि 60 से अधिक कलाकारों द्वारा बुधवार को प्रात: 10 बजे से संगीत से जुड़ी हर विधा पर प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री महेश मोयल, आयोजक डॉ. अनुभव प्रधान, उपायुक्त सहकारिता श्री मनोज जायसवाल, श्री प्रतिक सोनलवकर, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया, श्री अमित श्रीवास्तव एवं अन्य अतिथियों के साथ कलाप्रेमी जनता मौजूद थी।