गुजरात का गधा बना यूपी में गदर
उत्तर प्रदेश में चुनावी पारा दिनों-दिन ऊपर चढ़ता जा रहा है. नेता बयानबाज़ी में भी एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की जैसे होड़ में हैं.
इसी क्रम में एक चुनाव रैली में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "मैं सदी के महानयाक से अपील करूंगा कि वे गुजरात के गधों का विज्ञापन न करें."
बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने गुजरात के वन्य गधा अभयारण्य के लिए एक विज्ञापन में काम किया है. वे इसमें अभयारण्य के बारे में बताते हैं, गधों के बारे में बताते हैं और लोगों से वहां जाने, घूमने-फिरने की अपील करते हैं.
अमिताभ बच्चन समाजवादी पार्टी के काफ़ी नज़दीक रह चुके हैं. उनकी पत्नी जया बच्चन समाजवादी पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, "क्या आपने कभी गधों के विज्ञापन के बारे में सुना है? गुजरात के लोग गधों का विज्ञापन कर रहे हैं. लेकिन वे मुझ पर सिर्फ़ क़ब्रिस्तान के लिए काम करने का आरोप लगाते हैं."
अखिलेश यादव तंज करते हैं, "गुजरात के लोग तो गधों का भी प्रचार करते हैं. इसी विज्ञापन में कहा गया है कि अगली बार आपको कोई गधा कहे तो आप बुरा मत मानिएगा. यह शहर वाला गधा नहीं है जो कुछ सोचता रहता है. इसके पास इसके लिए फ़ुर्सत नहीं. यह सर्वगुण संपन्न है."
अखिलेश इसके आगे विज्ञापन के बारे में बताते हैं कि इसमें कहा गया है कि किसी को गधा कहना या गधा होना कोई बुरी बात नहीं है. यादव बताते हैं कि ख़ुद गुजरात के लोग यह कह रहे हैं.
अखिलेश आगे जोड़ते हैं कि होली में मजाक करने की परंपरा है. इसलिए उनकी बातों का बुरा किसी को नहीं मानना चाहिए.
क्यों खास हैं गुजरात के यह गधे
गुजरात में घुड़खरों की कुल तादाद महज 3000 के करीब है. जो कच्छ के छोटे रण के करीब 5000 वर्ग किलोमीटर के इलाके में ही सिमटे हुए हैं. गुजरात में पाया जाने वाले घुड़खर 210 सेंटीमीटर लंबे और 100-125 सेंटीमीटर ऊंचे होते हैं. इन घुड़खरों का वजन 200-250 किलोग्राम होता है. इतना ही नहीं विज्ञापन में दिखने वाले गधा 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है. लुप्त होने के कगार पर पहुंचे इन घुडखरों के लिए वाइल्ड ऐस (WILD ASS) सैंक्चुअरी बनाई गई है. गुजरात में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई इस मुहिम का असर भी दिखा था.