देशभर के कलाकारों ने कलापर्व में बिखेरे कला के रंग
उज्जैन। कलावर्त न्यास द्वारा आयोजित 4 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कलापर्व में मुंबई, पुणे, जयपुर, उदयपुर, नागौर, झांसी, ग्वालियर, बड़ौदा, नईदिल्ली, अहमदाबाद, कलकत्ता, सापुतारा, झालावाड़, बीड़, अकोला, जोधपुर सहित देशभर से आए ख्यात कलाकारों ने कला के रंग बिखेर दिए। उदयन मार्ग स्थित आनंद मंगल परिसर में हर केनवास पर एक अलग प्रकार का चित्र रंगों से भरा नजर आने लगा है। पहले ही दिन रंगों के इस कलापर्व को देखने के लिए शहरभर से लोग भी पहुंचने लगे हैं।
सचिव पवन गरवाल एवं संयोजिका डॉ. परिधि काले के अनुसार उज्जैन के प्रतिभाशाली चित्रकार स्व. प्रमोद गणपत्ये सहित ख्यात चित्रकार एसएच रजा, मुर्धन्य चित्रकार केजी सुब्रह्मण्यम एवं हैदराबाद के वरिष्ठ कलाकार्मी स्व. श्रीकांत कोल्हे की स्मृति को समर्पित आयोजन की दूसरी संध्या पर गुरूवार शाम 6ः00 बजे से न्यास द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली अखिल भारतीय कलावर्त नेशनल आर्ट कॉन्टेस्ट के विजयी कला विद्यार्थियों का पुरस्कार वितरण किया। अध्यक्षता वरिष्ठ चित्रकार कला समीक्षक वेदप्रकाश भारद्वाज ने की। पुरस्कार वितरण पश्चात रंग और विज्ञान विषय पर धर्मविज्ञान शोध संस्थान के संस्थापक डॉ. जगदीश जोशी का व्याख्यान हुआ। साथ ही पुणे के वरिष्ठ चित्रकार प्रो. विक्रम कुलकर्णी का भी व्याख्यान हुआ। इस अवसर पर नई दिल्ली के वेदप्रकाश भारद्वाज को राष्ट्रीय वनस्पति सम्मान से नवाजा गया।
कला पर्व के तीसरे दिन आज शुक्रवार सुबह 9 से शाम 5ः00 बजे तक सभी चित्रकार सर्जन कार्य करेंगे। शाम 6ः00 बजे कला पर्व का औपचारिक समापन समारोह होगा। उसके अंतर्गत कला पर्व में 3 दिनों में देश के 130 से अधिक कला विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए चित्रों में निर्णायक समिति द्वारा अनुशंसित विद्यार्थियों को विभिन्न पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय होंगे। विशेष अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. सत्यनारायण जटिया होंगे। अध्यक्षता नई दिल्ली के वरिष्ठ चित्रकार जयंत गजेरा करेंगे। 31 दिसंबर को प्रातः 10 बजे से कला पर्व के प्रतिभागी कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों का एकत्रीकरण एवं कलाकारों को स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। पश्चात कलाकारों के विदाई समारोह के साथ ही कला पर्व का समापन होगा।