बाबा मल्हार निकले नगर भ्रमण पर
उज्जैन। चम्पा षष्ठी के पावन पर्व पर ’सदानंदाचा येळकोट, हर हर महादेव्य जैसे जयकारों के साथ चौबीस खम्बा स्थित मल्हार मार्तण्ड से सोमवार शाम बाबा मल्हार मार्तण्ड की पालकी नगर भ्रमण पर निकली। सवारी में समाजजन भंडारा हल्दी उड़ाते और नाचते गाते चले। बाबा मल्हार की पालकी के साथ घोड़े, बैंड बाजे, छत्रपति शिवाजी और मां तुलजा भवानी का रूप धरे घोड़े पर सवार होकर बच्चे निकले। मराठी वेशभूषा में युवतियां नृत्य करते सवारी मार्ग पर निकली।
पालकी मल्हार मार्तण्ड मंदिर से महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, पानदरीबा होते हुए शिप्रा तट पहुँची, जहाँ माँ शिप्रा के जल से बाबा मल्हार का अभिषेक किया गया। अभिषेक के पश्चात बाबा की पालकी अपने पूरे लाव लश्कर के साथ गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड होते हुए बड़े गोपाल मंदिर पहुँची, जहाँ सिंधिया ट्रस्ट की ओर से बाबा मल्हार की आरती की गई। भगवान श्री गोपालजी और मल्हार के मिलन के पश्चात सवारी पटनी बाजार होते हुए पुनः मल्हार मार्तण्ड मंदिर पहुँची। रास्ते भर में शहरवासियों ने बाबा की आरती उतार आशीर्वाद लिया। सवारी के पश्चात मार्तण्ड मंदिर में महाआरती हुई तत्पश्चात प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरण किया गया। सवारी में मुख्य रूप से समाज अध्यक्ष यशवंत राव चव्हाण, सचिव अनिल गावड़े, नारायणराव चव्हाण, इंजी. मुकेश शिंदे, राजहंस गायकवाड़, राजेश खोयरे, दीपक काटे, दीपक भौंसले, डॉ. अनिल जाधव, उमाकांत धर्मे, अशोक जाधव, महेश पंवार, सुभाष शिंदे, दिलीप गोरकर, मल्हारराव चौधरी, अशोक थोरात, रामचन्द्र राव जाधव, सुमित गायकवाड़, दशरथराव गायकवाड़, अनिल जाधव, हेमंत शिंदे, सुनील पंवार, भास्करराव जाधव, विशाल कोर्लेकर, राकेश सेल्के, सुभाष अवाड़, प्रेमराव दलवे, रेखा कदम, मनीषा जाधव, माधुरी पाटनकर, अनुराधा शिंदे, अनिता शिंदे, ममता खोयरे, दीपा गावड़े, सीमा भौंसले आदि ने की है।