पाश्र्वनाथ महापूजन से प्रारंभ हुआ जिनेन्द्र भक्ति महोत्सव
उज्जैन। प.पू. आचार्य भगवंत राष्ट्रसंत श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरिश्वर म.सा. की प्रेरणा से पायल धीरज चैरड़िया के मासक्षमण तपस्या अनुमोदनार्थ तीन दिवसीय जिनेन्द्र भक्ति महोत्सव का आयोजन गुरूवार को पाश्र्वनाथ महापूजन से प्रारंभ हुआ। महोत्सव के अंतर्गत कल तपस्वी का वरघोड़ा निकलेगा।
प.पू. पन्यासप्रवर विमलकीर्ति विजयजी म.सा., गणिवर्य रत्नकीर्ति विजयजी, जगतचंद्रविजयजी, साध्वीवर्या सूर्यकांताश्रीजी, विजेताश्रीजी, निर्मलगुणा श्रीजी की पावन निश्रा में महोत्सव के अंतर्गत गुरूवार दोपहर 12.39 बजे खाराकुआ स्थित श्री चिंतामणी पाश्र्वनाथ मंदिर में श्री 108 पाश्र्वनाथ महापूजन का आयोजन हुआ। आज दोपहर 12.39 बजे श्री राजेन्द्रसूरि ज्ञान मंदिर नमकमंडी में श्री राजेन्द्र सूरि गुरूपद पूजन होगा तथा शाम 7 बजे से रंगमहल धर्मशाला में चैविसी एवं प्रभुभक्ति का आयोजन होगा। महोत्सव के अंतिम दिन कल 20 अगस्त को प्रातः 8 बजे श्री चिंतामणी पाश्र्वनाथ मंदिर से तपस्वी का वरघोड़ा निकलेगा। जो शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ नमकमंडी स्थित श्री ज्ञान मंदिर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित होगा। धर्मसभा के पश्चात श्री महावीर जैन धर्मशाला रंगमहल में समाजजनों का स्वामी वात्सल्य आयोजित होगा।