मुख्यमंत्री चौहान ने विद्युत व्यवस्थाओं का लिया जायजा
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्युत संबंधी शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने जले एवं खराब ट्रांसफार्मर को सप्ताहभर में बदलने एवं किसानों को स्थाई पंप कनेक्शन देने की कार्य-योजना बनाने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के सीएमडी से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की जानकारी लेकर उन्हें व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये, ताकि जनता को कोई परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आदेश देते हुये कहा कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिये सिंचाई पंपों के फीडर भी अलग किये गये हैं। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत की बजाय मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा करने पर तत्काल खराब ट्रांसफार्मर बदले जाये। इच्छुक किसानों को अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए मात्र दो माह की राशि जमा करवाई जाये। इसके साथ ही किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन देने की दीर्घकालीन योजना बनायी जाये। इसमें अन्य योजनाओं का कन्वर्जेंस भी किया जाये। इससे सभी किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन मिल सके। उन्होंने सोलर पम्प को भी प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि चार माह के बजाय दो माह के लिए अस्थाई पम्प कनेक्शन दिये जा रहे हैं। इससे किसानों को कम राशि जमा करना पड़ रही है। प्रदेश में इस वर्ष 84 हजार अस्थाई पम्प कनेक्शन दिये जा चुके हैं, जबकि 20 लाख स्थाई पम्प कनेक्शन है। इसी तरह मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा करवाकर 1547 खराब ट्रांसफार्मर बदले गये हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के सीएमडी से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की जानकारी लेकर उन्हें व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये, ताकि जनता को कोई परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आदेश देते हुये कहा कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिये सिंचाई पंपों के फीडर भी अलग किये गये हैं। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत की बजाय मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा करने पर तत्काल खराब ट्रांसफार्मर बदले जाये। इच्छुक किसानों को अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए मात्र दो माह की राशि जमा करवाई जाये। इसके साथ ही किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन देने की दीर्घकालीन योजना बनायी जाये। इसमें अन्य योजनाओं का कन्वर्जेंस भी किया जाये। इससे सभी किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन मिल सके। उन्होंने सोलर पम्प को भी प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि चार माह के बजाय दो माह के लिए अस्थाई पम्प कनेक्शन दिये जा रहे हैं। इससे किसानों को कम राशि जमा करना पड़ रही है। प्रदेश में इस वर्ष 84 हजार अस्थाई पम्प कनेक्शन दिये जा चुके हैं, जबकि 20 लाख स्थाई पम्प कनेक्शन है। इसी तरह मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा करवाकर 1547 खराब ट्रांसफार्मर बदले गये हैं।