उज्जैन में रजिस्ट्री कराने के लिए 10 दिन की वेटिंग
मध्यप्रदेश शासन ने नवंबर 2024 में संपदा 2.0 रजिस्ट्री पोर्टल लागू किया। नए संपदा पोर्टल में पक्षकारों की सही पहचान पूर्ण रूप से आधारकार्ड से लिंक और संपत्ति की सही पहचान जिओ टैग आईडी की दिक्कत आ रही है।
पक्षकारों और गवाहों के हस्ताक्षर भी थम डिवाइस और आय डिवाइस के माध्यम से करवाए जाते हैं। इसमें चार-पांच बार मोबाइल पर ओटीपी आता है। इसके चलते नए पोर्टल को लेकर स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
संपदा 2.0 पोर्टल के संबंध में आ रही समस्याओं के समाधान को लेकर भरतपुरी पंजीयन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की। जल्द निराकरण करने की मांग की।
पहले रोज 200 रजिस्ट्री होती थी, अब 80-90
मीडिया से चर्चा में पंजीयन एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि मित्तल, सचिव सुरेंद्र मरमट ने बताया कि नए पोर्टल लागू होने से पहले रोजाना 200 रजिस्ट्री होती थी, लेकिन अब सिर्फ 80 से 90 रजिस्ट्री हो रही हैं। इसके चलते राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है, साथ में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण से कई सौदे भी बिगड़ रहे हैं।
पंजीयन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सीएम से आग्रह किया की संपदा 2.0 पोर्टल को पक्षकारों के हितों की सुरक्षा करने के उद्देश्य से लागू किया गया है, इसमें आ रही समस्या को समाप्त करें। जिओ टैग से फोटो क्लिक करने की प्रक्रिया में फोटो क्लियर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में प्रॉपर्टी के दस्तावेज की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही। जिओ टैग को अस्थाई डिसएबल कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने समस्या को सुना, आवेदन प्राप्त किया और ज्ञापन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को देते डीआर से बात करके समस्या का समाधान जल्द करने के निर्देश दिए।