पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिये पौधारोपण अत्यन्त आवश्यक पौधा लगाने के बाद पौधा पेड़ में परिवर्तित होकर आने वाली पीढ़ियों को लाभ मिलेगा औषधीय महत्व के विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया
उज्जैन- शुक्रवार को मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार आयुष विभाग उज्जैन के द्वारा
जिला आयुष कार्यालय उदयन मार्ग स्थित परिसर में पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर संभागीय
आयुष अधिकारी डॉ.ज्योति पांचाल ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण जरूरी है।
इसमें सभी लोग अपनी अहम भूमिका निभाएं और लगाए गए पौधों का सही ढंग से देखभाल करें, जिससे
वह पेड़ में परिवर्तित होकर आने वाली पीढ़ियों को लाभ दे सके।
औषधीय पौधे विशेष महत्व के होते हैं। उनमें रोग विशेष को दूर करने की विशिष्ट शक्ति होती है
सभी वृक्षारोपण के साथ-साथ औषधीय पौधों को अधिक से अधिक मात्रा में रोपित करें। कार्यक्रम को
संबोधित करते हुए जिला आयुष अधिकारी डॉ.मनीषा पाठक ने बताया कि जिला आयुष कार्यालय में
औषधीय महत्व के पौधे शीशम, कचनार, गुड़मार, हरसिंगार, गूलर, बहेड़ा, गुग्गुलु, पत्थरचट्टा, मीठा नीम,
अशोक, शमी, जामुन, बिल्व, गुड़हल, सप्तपर्णी, अर्जुन, कुसुम, पुत्रजीवक, कबिट, सहजन, कनेर, रुद्राक्ष,
नीम, आंवला, नारियल, हरितकी, अश्वगंधा, गिलोय, ब्राह्मी, गुग्गुलू, गोखरू आदि पौधों का पौधारोपण किया
गया। इस अवसर पर जिले में पदस्थ आयुष चिकित्सा अधिकारी एनआरएचएम संविदा आयुष चिकित्सक
एवं सामुदायिक आयुष चिकित्सा अधिकारी, संभागीय आयुष कार्यालय एवं जिला आयुष कार्यालय के
कर्मचारियों ने मिलकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण को संरक्षण रखने के लिए संकल्प लिया तथा वायुदूत
एप्लीकेशन पर अपलोड किया।