सावन में शनिवार रविवार सोमवार को ऑनलाइन भस्मारती बंद होगी:चलित भस्म आरती के दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, कई फैसले हुए मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक गुरूवार को कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में श्री महाकाल महालोक के कंट्रोल रूम पर आयोजित हुई। बैठक के प्रारंभ में रखे गए बजट को कलेक्टर सिंह ने निर्धारित मद में आय-व्यय दर्शाते हुए तैयार करने के लिए कहा है। इसके अलावा करीब ढाई घंटे चली बैठक में श्रावण-भादो महिने में दर्शन व्यवस्था और सवारी को लेकर चर्चा चली। हालांकि चर्चा के बाद दर्शन व्यवस्था पिछले वर्ष अनुसार ही निर्धारित की गई है।
इस बार सवारी के दौरान पालकी के साथ चलने वाले लोगों की संख्या निर्धारित करने को कहा है, जिससे आम दर्शनार्थियों को पालकी में विराजित भगवान महाकाल के दर्शन हो सकें। कलेक्टर सिंह ने बताया कि सवारी के दौरान कुछ स्थानों पर छोटे बेरिकेट्स लगाने के निर्देश दिए है। रामानुजकोट के पास सवारी सहजता से निकल सके और दर्शन भी हो इसके लिए छोटे बेरिकेट्स लगाए जाएंगे। बैठक में एसपी प्रदीप शर्मा, महापौर मुकेश टटवाल, प्रशासक मृणाल मीना, महंत विनित गिरी महाराज, अशासकीय सदस्य पुजारी प्रदीप गुरू, राजेन्द्र शर्मा (गुरू), पुजारी राम शर्मा, एडीएम अनुकुल जैन, निगम आयुक्त आशीष पाठक, यूडीओ सीईओ संदीप सोनी,एएसपी जयंत राठौर उपस्थित थे।
इन बिंदूओं पर भी हुए निर्णय
-मंदिर के द्वार नंबर 10 से बड़ा गणेश मंदिर तक मार्ग का निर्माण यूडीए के माध्यम से कराने का अनुमोदन किया गया। अनुमानित व्यय 50 लाख रूपए का होगा।
-श्रावण-भादों माह के प्रत्येक शनिवार, रविवार एवं सोमवार को भस्मआरती ऑनलाइन पंजीयन स्थगित रहेगा।
-सवारी में लाइव दर्शन प्रसारण (तीन ओर एलईडी युक्त) रथ को सवारी के प्रारम्भ एवं अन्त भाग में चलाया जाएगा। लाइव दर्शन प्रसारण 2 रथों को सवारी के साथ चलाए जाने पर सहमति व्यक्त की गई।
-पं. सूर्य नारायण व्यास अतिथि निवास के रिनोवेशन उपरांत व जे.के. सीमेंट द्वारा नवनिर्मित अतिथि निवास में कक्षों के दरो को एक समान रखने के संबंध में चर्चा की गई। -श्री महाकाल महालोक में शुटिंग, वीडियोग्राफी कमर्शियल उपयोग के लिए प्रतिदिन 51000 रूपए निर्धारित किया गया
श्रावण-भादो माह में यह रहेगी दर्शन व्यवस्था
सामान्य दर्शनार्थी- त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नन्दी द्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेन्टर-1, टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। भारत माता मन्दिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के संमुख से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेन्टर-1 एवं टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से दर्शन उपरांत (निर्माल्य द्वार) अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर जा सकेंगे। शीघ्र दर्शन टिकिटधारी श्रद्धालु- गेट-4 के रास्ते विश्रामधाम रेम्प, सभा मण्डपम होते हुए गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। वहीं गेट-1 के रास्ते आने वाले श्रद्धालु फेसेलिटी सेन्टर-1 व्यूकटर के रास्ते मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भगवान महाकाल के दर्शन कर निर्गम द्वार, आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर जा सकेंगे।
कावड़ यात्रियों की दर्शन व्यवस्था-कावड़ यात्रियों को पूर्व-सूचना दिये जाने पर शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर गेट-4 से प्रवेश देकर विश्रामधाम, रैम्प, सभा मण्डपम में जलपात्र के माध्यम से जल अर्पण करने की व्यवस्था निर्धारित रहेगी। गेट-1 के रास्ते फेसेलिटी सेन्टर-1, टनल के रास्ते मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकाल को जल अर्पण करेंगे। ऐसे कावड़ यात्री जो बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे मन्दिर पहुंचते हैं अथवा शनिवार, रविवार, सोमवार को कावड़ लेकर आते हैं तो उन कावड़ यात्रियों की दर्शन व्यवस्था सामान्य श्रद्धालु की भांति निर्धारित रहेगी। शनिवार, रविवार, सोमवार को किसी भी कावड़ संघ को अनुमति अथवा विशेष द्वार से प्रवेश करने की सुविधा प्राप्त नही होगी।
भस्मार्ती में पंजीयनधारी श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था-भस्मार्ती में पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के प्रवेश संबंधी व्यवस्था मानसरोवर भवन एवं द्वार नंबर1 से निर्धारित रहेगी।
चलित भस्मार्ती दर्शन व्यवस्था-अवंतिका द्वार से भस्मार्ती में चलित दर्शन की व्यवस्था निर्धारित रहेगी, भस्मार्ती के दौरान श्रद्धालु कार्तिकेय मण्डपम् की अंतिम तीन पंक्तियों से चलित भस्मार्ती दर्शन कर सकेंगे।
वीआईपी दर्शन व्यवस्था-वीआईपी श्रद्धालु नीलकण्ठ मार्ग से होते हुए सत्कार कक्ष में पहुंचेंगे। यहां से निर्माल्य द्वार से मंदिर में प्रवेश कर सूर्यमुखी द्वार के रास्ते नगाड़ा गेट से नंदी मण्डपम व गणेश मण्डपम् के प्रथम बैरिकेट से दर्शन के बाद पुन: इसी मार्ग से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
पुजारी,पुरोहित, मीडियाकर्मियों की व्यवस्था- मंदिर के पुजारी, पुरोहित एवं मीडियाकर्मी बड़ा गणेश मंदिर के समीप वाली गली से द्वार नंबर 4 से मंदिर में प्रवेश कर विश्राम धाम, रेम्प के रास्ते सभामंडप होते हुए प्रवेश करेंगे।