top header advertisement
Home - उज्जैन << रोप-वे प्रोजेक्ट:स्टेशन से महाकाल तक 0.1851 हेक्टेयर में रोप-वे बनाएंगे महाकाल लोक में शूटिंग के लगेंगे 51 हजार रुपए प्रतिदिन

रोप-वे प्रोजेक्ट:स्टेशन से महाकाल तक 0.1851 हेक्टेयर में रोप-वे बनाएंगे महाकाल लोक में शूटिंग के लगेंगे 51 हजार रुपए प्रतिदिन


श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आधिपत्य एवं स्वामित्व की भूमि कुल रकबा 0.1851 हेक्टेयर पर रेलवे स्टेशन से महाकाल तक रोप-वे प्रोजेक्ट के अंतर्गत निर्माण करने का अनुमोदन कर दिया है। श्री महाकाल महालोक में शूटिंग/वीडियोग्राफी कमर्शियल उपयोग के लिए 51 हजार रुपए प्रतिदिन शुल्क चुकाना होगा। श्रावण-भादौ में सप्ताह अंत के प्रत्येक शनिवार, रविवार और सोमवार को भस्म आरती ऑनलाइन पंजीयन स्थगित रखा गया है।

यह निर्णय श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की गुरुवार को हुई बैठक में लिए गए। श्री महाकाल महालोक कंट्रोल रूम में नीरजकुमार सिंह कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की अध्यक्षता में बैठक रखी गई।

महाकाल की सवारी में पहली बार दो रथों पर सीधा प्रसारण
श्रावण-भादौ माह में निकाली जाने वाली बाबा महाकाल की सवारी में पहली बार लाइव दर्शन प्रसारण (तीन ओर एलईडी युक्त) दो रथ को सवारी में शामिल किया जाएगा। यह रथ सवारी की शुरुआत और आखिरी में रहेंगे ताकि श्रद्धालुओं को सवारी में महाकाल के श्री विग्रह में सुगम दर्शन हो सकें।

जानिए श्रावण-भादौ में कैसी रहेगी महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था

सामान्य श्रद्धालुओं

प्रवेश: त्रिवेणी संग्रहालय के पास से नंदीद्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फेसेलिटी सेंटर 1, टनल मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम् से श्री महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। इसके अलावा भारत माता मंदिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के सामने से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर, फेसेलिटी सेंटर 1, टनल मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम् से दर्शन करेंगे।
निर्गम: दर्शन के बाद निर्माल्य द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे।

शीघ्र दर्शन (250 रु. )
प्रवेश: गेट नंबर 4 के रास्ते, विश्रामधाम, रैंप, सभा मंडपम् होते हुए गणेश मंडपम् से श्री महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। गेट नंबर 1 के रास्ते फेसेलिटी सेंटर 1, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम् से श्री महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे।
निर्गम: दर्शन के बाद निर्माल्य द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे।

वीआईपी
नीलकंठ द्वार से प्रवेश कर सत्कार कक्ष पहुंचेंगे। यहां से निर्माल्य द्वार से मंदिर में प्रवेश कर सूर्यमुखी द्वार के रास्ते नगाड़ा गेट से नंदी मंडपम/गणेश मंडपम् के पहले बैरिकेड से महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। दर्शन के बाद इसी मार्ग से बाहर जाएंगे।

पुजारी/पुरोहित/ मीडियाकर्मी
बड़ा गणेश मंदिर के पास वाली गली से गेट नंबर 4 से महाकाल मंदिर में प्रवेश कर विश्राम धाम, रैंप के रास्ते सभामंडप होते हुए प्रवेश करेंगे।

कावड़ यात्री
प्रवेश : पूर्व सूचना दिए जाने पर शनिवार, रविवार, सोमवार को छोड़कर गेट नंबर 4 से प्रवेश दिया जाकर विश्रामधाम, रैंप, सभा मंडपम् में जलपात्र के माध्यम से महाकाल को जल अर्पण कर सकेंगे। गेट नंबर 1 के रास्ते, फेसेलिटी सेंटर 1, टनल के रास्ते, मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम् से श्री महाकालेश्वर को जल अर्पण कर सकेंगे। ऐसे कावड़ यात्री जो बिना पूर्व सूचना के मंदिर पहुंचेंगे अथवा शनिवार, रविवार, सोमवार को कावड़ लेकर आएंगे उन्हें सामान्य श्रद्धालु की तरह दर्शन करना होंगे। यह कावड़ यात्री कार्तिक मंडपम् में लगाए जल पात्र में जल अर्पण करेंगे। शनिवार, रविवार, सोमवार को किसी भी कावड़ संघ को अनुमति अथवा विशेष द्वार से प्रवेश करने की सुविधा प्राप्त नहीं होगी।

भस्म आरती पंजीयन धारी श्रद्धालुओं के प्रवेश संबंधी व्यवस्था मानसरोवर भवन एवं द्वार नंबर 1 से रहेगी।

चलित भस्म आरती
अवंतिका द्वार से भस्म आरती में चलित दर्शन की व्यवस्था रहेगी। इस दौरान श्रद्धालु कार्तिकेय मंडपम् की अंतिम तीन कतार से भस्म आरती दर्शन कर सकेंगे।

गेट नंबर 10 से बड़ा गणेश मंदिर तक उविप्रा से बनवाएंगे सड़क

गेट नंबर 10 से बड़ा गणेश मंदिर तक मार्ग का निर्माण उविप्रा के माध्यम से करवाया जाएगा। इस पर अनुमानित व्यय 50 लाख रुपए आएगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पीछे स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कराए जाने वाले फेस-1 एवं फेस-2 के कार्यों के अंतर्गत शिखर दर्शन प्रोजेक्ट एवं इमरजेंसी इंट्री एक्जिट के काम पूरे हो गए हैं।

अलग-अलग इकाइयों का बनाएंगे अलग अकाउंट

मंदिर प्रबंध समिति के बजट वर्ष 2024-25 पर चर्चा की गई। संबंधित को संशोधन के निर्देश दिए। जिसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित अलग-अलग ईकाइयों का अलग से अकाउंट मेंटेन कर उसे अलग-अलग कर बजट में संशोधन के बाद फिर से प्रस्तुत किया जाएगा।

Leave a reply